अमेरिका में जल्द ही जमा देने वाला बर्फीला तूफान आ सकता है। यहां पर भयंकर ठंड की स्थिति पैदा होने का अनुमान मौसम विज्ञानियों ने लगाया है। मौसम विज्ञानियों ने पूर्वानुमान लगाया है कि एक बेहद घना हिमपात अमेरिका के पूर्वी हिस्से में हो सकता है। Polar Vortex के चलते बर्फीला तूफान यहां पर आने वाला है जिसके बाद अमेरिका के पूर्वी दो तिहाई हिस्से में जमा देने वाली ठंड पड़ेगी। इसका कारण बताया है कि आर्कटिक से ठंडी हवाएं निकलकर फ्लोरिडा तक दक्षिण में पहुंच जाएंगी।
मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि ध्रुवीय भंवर (Polar Vortex) से निकली हवाओं का असर शनिवार यानी आज से दिखना शुरू हो जाएगा। कैनसस सिटी से वाशिंगटन तक मध्यम-भारी बर्फबारी होने की संभावना है।
BBC के अनुसार, यह इतनी ज्यादा होगी कि लाखों लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं। मध्य कैनसस और इंडियाना के बीच कम से कम 8 इंच बर्फबारी की संभावना
मौसम पूर्वानुमान में जताई गई है।
नेशनल वेदर सर्विस के मौसम विज्ञानी एलेक्स लेमर्स के अनुसार, बर्फीले तूफान की संभावना लगातार बढ़ रही है। खासतौर पर कैनसस और मध्य मैदानी हिस्से के पड़ोसी भागों में यह बहुत अधिक है। यहां पर हवा की गति 50 मील प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि यह ऐसी स्थिति बन रही है जो काफी समय से नहीं देखी गई है। यह चिंताजनक है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सरकारी और गैर सरकारी मौसम विज्ञानियों ने अनुमान जताया है कि सोमवार को जब तूफान समाप्त हो जाएगा, तो देश के पूर्वी दो-तिहाई हिस्से में करोड़ों लोग पूरे सप्ताह खतरनाक, हाड़ कंपा देने वाली ठंड और सर्द हवाओं में डूबे रहेंगे। ऐसे में तापमान सामान्य से 7-14 डिग्री सेल्सियस कम हो सकता है। खतरनाक ध्रुवीय भंवर ऊंचे आर्कटिक से नीचे की ओर फैल रहा है, जिससे ठंडा तूफान आ रहा है। कहा जा रहा है कि 2011 के बाद यह अमेरिका की सबसे ठंडी जनवरी हो सकती है।
ध्रुवीय भंवर (polar vortex) दरअसल 24 से 48 किमी की ऊँचाई पर घूमती हुई अत्यंत ठंडी हवा होती है जो आमतौर पर उत्तरी ध्रुव के ऊपर ही रहती है। लेकिन कभी-कभी यह यहां से बचकर निकल जाती है। फिर संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप या एशिया तक फैल जाती है।