देश के स्मार्टफोन मार्केट में आने और छाने के बाद अब वनप्लस, ओपो, पोको, रियलमी और वीवो की नजर भारत के इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के मार्केट पर है। इन कंपनियों ने इलेक्ट्रिक वाहनों से संबंधित ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया है। एक टिप्सर ने इससे संबंधित जानकारी साझा की है। टिप्सर ने ट्रेडमा्र्क एप्लिकेशन के कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं।
इन्हें देखने से पता चलता है कि कुछ एप्लिकेशन स्वीकृत हो गई हैं, जबकि कुछ का विरोध हो सकता है। हालांकि ऐसे कयास हैं कि जिन कंपनियों के आवेदन का विरोध हो रहा है, वो फिर से ट्रेडमार्क के लिए आवेदन करने की कोशिश करेंगी। खास बात यह है कि बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स की ये सभी सहायक कंपनियां, जिन्होंने आवेदन दिया है, उनकी ऐप्लिकेशन इलेक्ट्रिक वाहनों की कैटिगरी में नहीं है।
टिप्सटर देबयान रॉय ने बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स की सहायक कंपनियों-
वनप्लस,
ओपो,
रियलमी,
वीवो और
पोको द्वारा दायर ट्रेडमार्क आवेदनों को साझा किया है। ट्रेडमार्क एप्लिकेशन,
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए हैं, जिन्हें ये दिग्गज विकसित कर रहे हैं। हालांकि, इनमें से अधिकतर ट्रेडमार्क का विरोध किया गया है, सिर्फ रियलमी के ट्रेडमार्क को ही रजिस्टर किया गया है।
देबयान रॉय ने जिन ट्रेडमार्क को शेयर किया है, वो ड्राइवरलैस कारों (ऑटोनॉमस कारों), बोट्स, सेल्फ- बैलेंसिंग स्कूटर और बोर्ड, रिमोट कंट्रोल वीकल्स, ट्रॉली, टायर, सिविलियंस ड्रोन से संबंधित हैं। चीनी टेक दिग्गजों द्वारा ये ट्रेडमार्क इस साल की शुरुआत में दायर किए गए थे और इन्हें क्लास 12 के तहत दायर किया गया है।
दायर की गईं ऐप्लिकेशंस की बात करें, तो वनप्लस ने वनप्लस लाइफ शब्द के लिए ट्रेडमार्क दायर किया है। Realme द्वारा दायर किया गया ट्रेडमार्क, Realme TechLife और TL डिवाइस है।
यह सब ऐसे समय में हुआ है, जब चीनी निर्माता ईवी उद्योग में अपने डिवेलपमेंट को बढ़ा रहे हैं। हाल ही में, चीनी ईवी निर्माता एक्सपेंग ने अपने उड़ने वाले वाहनों का प्रदर्शन किया जिन्हें सार्वजनिक सड़कों पर भी चलाया जा सकता है। वहीं, Xpeng की सहायक HT Aero द्वारा विकसित की गई फ्लाइंग कार का 2024 में अनावरण किया जाएगा। कंपनी ने कई सुरक्षा उपायों के साथ फ्लाइंग कार को लैस करने का भी वादा किया है।
पिछले महीने ही Xiaomi के सीईओ लेई जून ने कहा था कि कंपनी 2024 की पहली छमाही तक अपनी कारों का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू कर देगी। चीनी निर्माताओं की इस तैयारी को देखकर माना जा रहा है कि देश के इलेक्ट्रिक वीकल्स मार्केट में आने वाले वक्त में अच्छी प्रतियोगिता देखने को मिलेगी।