बड़ी टू-व्हीलर कंपनियों में शामिल होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर (HMSI) ने अपने प्लांट की प्रोडक्शन कैपेसिटी को छह लाख यूनिट्स बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी का प्लांट गुजरात के विथलपुर में है। एक्सपोर्ट की डिमांड बढ़ने की वजह से कंपनी को प्रोडक्शन बढ़ाने की जरूरत है। होंडा अपने टू-व्हीलर्स का 38 देशों को एक्सपोर्ट करती है। अगले फाइनेंशियल ईयर में इसे बढ़ाकर 58 देशों तक करने की योजना है।
होंडा ने बताया कि उसने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को एक्सपोर्ट के साथ ओशिनिया रीजन में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। इसके अलावा कंपनी अपने प्लांट से पावरट्रेन का एक्सपोर्ट भी कर रही है। कंपनी 18 मॉडल्स का एक्सपोर्ट करती है और इसे अगले फाइनेंशियल ईयर के अंत तक बढ़ाकर 20 मॉडल्स तक किया जाएगा।
होंडा पेट्रोल से चलने वाले टू-व्हीलर्स पर जोर देगी। इससे पहले कंपनी ने 2030 तक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) से अपनी बिक्री का 15 प्रतिशत हासिल करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के सभी टू-व्हीलर्स इस वर्ष सितंबर तक OBD2 और E20 का पालन करने के लिए तैयार होंगे।
कंपनी ने देश में फ्लेक्स फ्यूल टेक्नोलॉजी लाने की भी तैयारी की है। इसकी योजना एक फ्लेक्स फ्यूल टू-व्हीलर लॉन्च करने की है। इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री तेजी से बढ़ रही है और इस वजह से होंडा इस सेगमेंट में कुछ मॉडल लॉन्च करने की तैयारी में जुटी है। हाल ही में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, Atsushi Ogata ने बताया था कि देश में अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की योजना में मदद के लिए होंडा चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करेगी।
उन्होंने कहा था, "हम अगले वर्ष मार्च में पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। इसे एक नए प्लेटफॉर्म पर डिवेलप किया जा रहा है और यह भारतीय मार्केट की जरूरतों के अनुसार बनाया जाएगा।" उन्होंने कहा कि कंपनी के पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर में फिक्स्ड बैटरी होगी, जबकि दूसरे मॉडल को बदली जा सकने वाली बैटरी की टेक्नोलॉजी के साथ लॉन्च किया जाएगा। कंपनी की योजना देश भर में मौजूद अपने 6,000 आउटलेट्स का इस्तेमाल
EV के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए करने की है। कंपनी के पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर में फिक्स्ड बैटरी होगी, जबकि दूसरे मॉडल को बदली जा सकने वाली बैटरी की टेक्नोलॉजी के साथ लॉन्च किया जाएगा।