Google अपने डिस्कवर फीड के अंदर एक समर्पित वेब स्टोजीज़ केरोसेल जोड़ रही है, जो अब अमेरिका, ब्राज़ील और भारत में शुरू हो रहा है और भविष्य में और भी कई देशों में जारी होगा। समाचार प्रकाशक गूगल के इस मुफ्त फीचर का उपयोग करके अपनी खुद की खबरें बना पाएंगे और उन्हें मॉनिटाइज़ (मुद्रीकृत) कर सकेंगे। वेब स्टोरीज़ आपको आज के समय में अधिकांश ऐप्स पर दिखने वाले "स्टोरीज़" फॉर्मेट की तरह ही दिखाई देंगे, लेकिन केवल ऐप तक सीमित रहने के बजाय, इन्हें आप अपने ब्राउज़र के जरिए भी देख सकेंगे।
न्यूज़ पब्लिकेशन stories.google पर जाकर अपनी खुद की वेब स्टोरीज़ बना सकते हैं। गूगल ने वेब स्टोरीज़ को 2018 में लॉन्च किया था, लेकिन उस समय यह AMP Stories के रूप में जाना जाता था। इसमें इंस्टाग्राम या स्नैपचैट की स्टोरीज़ के समान कंटेंट थे, लेकिन यह एक विशेष ऐप पर प्रतिबंधित रहने के बजाय ओपन वेब पर उपलब्ध था। अमेरिका में स्टोरीज़ फॉर्मेट के लिए कंटेंट शुरू में सीएनएन, द वाशिंगटन पोस्ट, कॉन्डे नेस्ट और वायर्ड जैसे भागीदारों के जरिए आया था।
उस समय, Google ने इस फॉर्मेट की आवश्यकता को यह कहकर समझाया था कि (अनुवादित) “मोबाइल डिवाइसों पर, यूज़र्स बहुत सारे आर्टिकल ब्राउज़ करते हैं, लेकिन कुछ ही आर्टिकल को गहराई से समझत पाते हैं। तस्वीर, वीडियो और ग्राफ़िक्स के जरिए रीडर्स का ध्यान बहुत जल्दी खींचा जा सकता है और वे उन आर्टिकल्स को बेहतर तरह से समझ सकते हैं।”
गूगल ने अपने वेब स्टोरीज़ प्रोग्राम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तारित किया और NDTV उन प्रकाशकों में से एक है, जिन्होंने इस नए फॉर्मेट में कई पोस्ट तैयार कर
वेब स्टोरीज़ ईकोसिस्टम को लॉन्च करने में मदद की।
यदि आप अलग-अलग ऐप्स में वेब स्टोरीज़ फॉर्मेट से परिचित नहीं हैं, तो हम आपको समझाते हैं - इस फॉर्मेट में स्टोरीज़ को 'कार्ड' में बांटा जाता है और आप आगे बढ़ने के लिए दायीं ओर टैप करते हैं, या वापस जाने के लिए बायीं ओर। यह केवल एक स्लाइड शो नहीं है, क्योंकि आप फुल-स्क्रीन वीडियो का उपयोग कर सकते हैं, टेक्स्ट और एनिमेशन जोड़ सकते हैं या इसी तरह कई अन्य जानकारियां जोड़ सकते हैं, जो एक टैप से एक्सेस की जा सकती हैं। हमारे अनुभव में, स्टोरीज़ के जरिए हम चीजों को समझाने के लिए आसान बना सकते हैं, जैसे कि '
भारत में उपलब्ध सरकारी ऐप्स की जानकारी' या '
ऐसे 7 गेम्स, जिसकी एंडिंग आपको चौंका देगी।'
यह फॉर्मेट अन्य ऐप्स में मिलने वाले स्टोरीज़ के विपरीत है, क्योंकि यह वेब पर उपलब्ध है, लेकिन दिखने से लेकर इन्हें इस्तेमाल करने के तरीके तक यह बहुत समान है। Google इसमें वर्टिकल वीडियो और स्पीच के बदले कैप्शन जोड़ने की सलाह देती है। इसमें हर पेज पर अधिकतम 30 शब्दों को जोड़ा जा सकता है, जिससे इन्हें समझना और फोन पर इस्तेमाल करना भी आसान हो जाए।
वेब स्टोरीज़ एक फुल-स्क्रीन अनुभव है, जो एनिमेशन के साथ एक अनूठे अनुभव प्रदान करने पर फोकस करता है। ओपन वेब का हिस्सा होने के नाते, ये सभी के लिए उपलब्ध है और इन्हें साझा करने के साथ वेबसाइट पर एम्बेड भी किया जा सकता है और इसे देखने के लिए किसी खास ऐप की आवश्यकता भी नहीं होती।
Google ने अपनी
डेवलपर साइट पर उल्लेख किया है कि क्योंकि ये ओपन वेब का हिस्सा हैं, इसलिए इन्हें उन्हीं टूल का उपयोग करके ट्रैक भी किया जा सकता है, जिसे एक प्रकाशक अन्य पेज के लिए उपयोग करता है।
ये स्टोरीज़ गूगल सर्च और गूगल इमेजिस के जरिए उपलब्ध होंगी और गूगल ने अभी घोषणा की है कि कंपनी इन्हें गूगल डिस्कवर और गूगल सर्च के जरिए भी उपलब्ध कराएगी।
ज्ञात रहे कि Gadgets 360 की मूल कंपनी NDTV ने वेब स्टोरीज़ ईकोसिस्टम को शूरू करने के लिए गूगल के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत NDTV को अपनी वेब स्टोरीज़ के लिए भुगतान भी मिलता है।