Google ने घोषणा की कि उसके Chrome ब्राउजर को स्पीडोमीटर 3 बेंचमार्किंग टेस्ट में अब तक का सबसे ज्यादा स्कोर मिला है। स्पीडोमीटर 3 को ब्राउजर के परफॉर्मेंस को चेक करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे Google, Apple, Intel, Microsoft और Mozilla द्वारा मिलकर बनाया गया है।
Google Chrome यूजर्स के लिए खुशखबरी है, क्योंकि Google ने दावा किया है कि Chrome अब पहले से ज्यादा तेज हो गया है। गूगल ने इस स्पीड को पाने के लिए अपने लोकप्रिय वेब ब्राउजर में कई सुधार भी किए हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
Google के
अनुसार, ये सुधार ब्राउजर के सभी मेन रेंडरिंग पाथ्स पर काम करने वाली Chrome टीम के द्वारा हुए हैं। ये उन मैकेनिज्म पर काम करते हैं जो वेबसाइट के लिए कोड के नट बोल्ट को क्रॉम में विजिबल वेब पेज में कंवर्ट करते हैं। कई मामले में यह काफी काफी तेजी के साथ हुआ है। यूजर्स ब्राउजर में वेब पेज को थोड़ा तेजी से रेंडर होते हुए देखते हैं और कुल मिलाकर ज्यादा रिस्पॉन्सिव तरीके से काम करता है। हालांकि, साफतौर पर परफॉर्मेंस में तेजी सिर्फ ब्राउजर पर ही नहीं, बल्कि कई फैक्टर पर निर्भर करती है। इसमें कोई भी वेबसाइट और इसे कैसे लागू किया जाता है, साथ ही पीसी के स्पेसिफिकेशंस और वर्तमान में इसके वर्कलोड पर भी निर्भर करता है।
टेस्ट को एचटीएमएल पार्सिंग, जावास्क्रिप्ट और जेएसओएन प्रोसेसिंग, पिक्सेल रेंडरिंग, सीएसएस एप्लिकेशन समेत काफी वर्कलोड के जरिए वेब रिस्पॉन्सिव को चेक करने के लिए डिजाइन किया गया है। स्पीडोमीटर के लिए बीते साल Google द्वारा लागू किए गए ऑप्टिमाइजेशन से अगस्त 2024 से परफॉर्मेंस में 10 प्रतिशत सुधार हुआ है, जिसको लेकर Google का कहना है कि इससे एंड यूजर्स को बेहतर ब्राउजर अनुभव मिलता है।
यह 10 प्रतिशत सुधार बेहतर ब्राउजर अनुभव, बिजनेस के लिए हायर कंवर्जन और वेब के जरिए प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का ज्यादा आनंद देता है। अगर प्रत्येक क्रोम यूजर दिन में सिर्फ 10 मिनट के लिए क्रोम का उपयोग करता है तो ये सुधार एक साथ वेबसाइट को लोड करने और काम करने के लिए इंतजार करने के 58 मिलियन घंटे या लगभग 83 लाइफटाइम को बचाता है।