OpenAI बीते कई दिनों से खबरों में है। यह वही कंपनी है, जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट ‘
ChatGPT' को बनाया है। ओपनएआई के एक को-फाउंडर सैम ऑल्टमैन को बीते शुक्रवार अचानक कंपनी से बाहर कर दिया गया। सैकड़ों कर्मचारियों ने फैसले के खिलाफ इस्तीफे की धमकी दे डाली, तो आनन-फानन में सैम ऑल्टमैन को वापस लाया गया। इन अत्प्रयाशित घटनाओं के बीच कंपनी ने ऐलान किया है कि उसका नया चैटजीपीटी वॉयस फीचर (ChatGPT voice feature) फ्री यूजर्स के साथ ही सभी के लिए उपलब्ध है।
इसी साल सितंबर में ओपनएआई ने चैटजीपीटी में वॉयस और इमेज फीचर पेश किए थे। हालांकि इन्हें चैटजीपीटी के प्लस और एंटरप्राइज यूजर्स के लिए लाया गया था। अब कंपनी ने कहा है कि जिन यूजर्स के पास चैटजीपीटी प्लस की मेंबरशिप नहीं है, वो भी चैटजीपीटी वॉयस फीचर को यूज कर सकते हैं। इसका मतलब है कि चैटबॉट के साथ अब वॉयस के जरिए भी कनेक्ट हुआ जा सकता है।
ओपनएआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, वॉयस के साथ चैटजीपीटी अब सभी यूजर्स के लिए फ्री में उपलब्ध है। अपने फोन में डाउनलोड करें ऐप और बातचीत को हेडफोन आइकन पर टैप करके शुरू करें। ओपनएआई ने बताया कि यूजर्स 5 अलग-अलग आवाजों को सिलेक्ट करके जुड़ सकते हैं।
ChatGPT क्या है? (What is ChatGPT?)
यह एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस
चैटबॉट है। चैटबॉट आपके द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब ऐसे देता है, मानों आपने उस प्रश्न को किसी इंसान से पूछा हो। यह एक तरह से वैसे ही काम करता है, जैसे Google Assistant या Amazon Alexa काम करते हैं।
OpenAI कैसे काम करता है? (How OpenAI works?)
ओपनएआई का कहना है कि उनका चैटजीपीटी मॉडल, रीइन्फोर्समेंट लर्निंग फ्रॉम ह्यूमन फीडबैक (RLHF) नाम की मशीन लर्निंग तकनीक का इस्तेमाल करके डेवलप किया गया है। यह पूछे गए सवाल को सिम्युलेट कर सकता है और निरंतर चलने वाली प्रश्नों का उत्तर देने में भी सक्षम है। कंपनी का कहना है कि यह गलतियों को स्वीकार कर सकता है, गलत सवालों को चुनौती दे सकता है और अनुचित अनुरोधों को अस्वीकार कर सकता है।