ट्रंप के टैरिफ का फोकस टेक्सटाइल्स, केमिकल्स और कुछ इंडस्ट्रियल गुड्स पर है। इलेक्ट्रॉनिक्स, जिसमें स्मार्टफोन भी शामिल हैं, को इससे बाहर रखा गया है।
टैरिफ पहले 25% लगाया गया था, लेकिन अब उसे बढ़ाकर 50% कर दिया गया है
क्या डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के 50% टैरिफ के फैसले का असर भारत में बने iPhones पर पड़ेगा? ये सवाल इस वक्त काफी चर्चा में है, क्योंकि अमेरिका में iPhone 17 लाइनअप की लॉन्चिंग करीब है और ट्रंप सरकार ने भारतीय प्रोडक्ट्स पर भारी इंपोर्ट ड्यूटी का एलान कर दिया है। Apple पहले ही कह चुका है कि उसके ज्यादातर iPhone यूनिट्स भारत में बनकर अमेरिका भेजे जाते हैं। ऐसे में चर्चा हो रही है कि 50% टैरिफ ड्यूटी का सीधा असर आने वाले iPhone 17 की कीमतों को बढ़ाएगा, लेकिन क्या असल में ऐसा है? चलिए जानते हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत से आने वाले कई प्रोडक्ट्स पर टैरिफ बढ़ाकर 50% करने की बात कही है। यह कदम बीते बुधवार, 6 अगस्त को लिया गया था। इसके पीछे रूस से भारत की बढ़ती एनर्जी डील्स है, जिसे लेकर ट्रंप सरकार गंभीर है। बता दें कि टैरिफ पहले 25% लगाया गया था, लेकिन अब उसे बढ़ाकर 50% कर दिया गया है।
अच्छी बात यह है कि फिलहाल ऐसा नहीं होगा। ट्रंप के टैरिफ का फोकस टेक्सटाइल्स, केमिकल्स और कुछ इंडस्ट्रियल गुड्स पर है। इलेक्ट्रॉनिक्स, जिसमें स्मार्टफोन भी शामिल हैं, को इससे बाहर रखा गया है। यानी अभी के लिए इंडिया-मेड iPhones पर कोई डायरेक्ट असर नहीं पड़ेगा। तो हम फिलहाल के लिए कह सकते हैं कि iPhone 17 लाइनअप भी इससे बाहर रहेगी।
ट्रंप पहले भी संकेत दे चुके हैं कि अगर कोई कंपनी iPhones को भारत या चीन में बनाकर अमेरिका में बेचती है, तो उस पर एक्स्ट्रा टैक्स लगाया जा सकता है। ऐसे में अगर भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक्स को टैरिफ के दायरे में लाया गया, तो निश्चित रूप से Apple को सप्लाई चेन पर स्ट्रैटजिक बदलाव करने पड़ सकते हैं।
Apple की भारत में मैन्युफैक्चरिंग PLI स्कीम जैसी सरकारी योजनाओं से जुड़ी हुई है, जिससे उसे टैक्स क्रेडिट और सपोर्ट मिलता है। साथ ही, भारत में लेबर और ऑपरेशनल कॉस्ट भी कम है, जो प्राइस को कंट्रोल में रखती है।
फिलहाल नहीं। Apple ने भारत में बनने वाले iPhones को भारत में ही बेचने की स्ट्रैटेजी रखी है, जिससे लोकल प्राइस पर फिलहाल कोई असर नहीं पड़ेगा। अमेरिका में टैरिफ बढ़े तो भी भारत की कीमतें स्टेबल रहने की उम्मीद है।
अगर ट्रंप या किसी अमेरिकी प्रशासन ने इलेक्ट्रॉनिक्स को भी टैरिफ के दायरे में लाया, तो Apple को या तो प्रोडक्शन लोकेशन बदलनी होगी या कीमत बढ़ानी पड़ेगी। लेकिन अभी के लिए Apple को विशेष छूट मिल रही है, जिससे आकस्मिक असर की संभावना नहीं दिख रही।
नहीं, फिलहाल इलेक्ट्रॉनिक्स इस टैरिफ के दायरे में नहीं हैं।
अगर भविष्य में टैरिफ इलेक्ट्रॉनिक्स पर भी लागू हुआ, तो हो सकता है, लेकिन अभी ऐसा नहीं है।
हां, Apple कुछ खास सप्लाई और टैक्स फ्रेमवर्क के तहत छूट पा रहा है।
नहीं, भारत में बनने वाले iPhones की कीमत फिलहाल इस फैसले से प्रभावित नहीं होगी।
यह भारत की रूस से एनर्जी डील्स पर दबाव बनाने के तौर पर देखा जा रहा है।
फिलहाल नहीं, लेकिन भविष्य में नियम सख्त हुए तो बदलाव करना पड़ सकता है।
मौजूदा स्थिति में नहीं, लेकिन लॉन्ग टर्म में पॉलिसी शिफ्ट का असर हो सकता है।
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