Xiaomi ने इस साल मार्च में अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार - SU7 को चीन में लॉन्च किया था। हाल ही में कंपनी ने अपने घरेलू बाजार में इसकी डिलीवरी भी शुरू की, जिसके बाद अब धीरे-धीरे देश में इस EV से जुड़ी शिकायतों का रिपोर्ट होना शुरू हो गया है। लेटेस्ट खबर एक SU7 EV के एक्सिडेंट से जुड़ी है, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और एक की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार हुई इस ईवी की ब्रेक फेल हो गई थी, जिसके कारण उसने कंट्रोल खो दिया। हालांकि, Xiaomi ने बयान जारी करते हुए ब्रेक फेलियर की बात का सीधे तौर पर खंडन किया है।
शुक्रवार, 7 जून की सुबह, हाइकोउ शहर के मीलान जिले में एक Xiaomi SU7 EV ने पार्किंग लॉट से बाहर निकलते समय अचानक कंट्रोल खो दिया और एक इलेक्ट्रिक बाइक और नॉन-मोटराइज्ड व्हीकल लेन में चल रहे लोगों से टकरा गई। इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई और एक घायल बताया जा रहा है। पैनडेली की
रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के संबंध में Xiaomi के एक प्रवक्ता ने बयान जारी किया और 'EV के कंट्रोल से बाहर होने' और 'ब्रेक फेलियर' के दावे को गलत ठहराया। कंपनी ने सक्रिय रूप से जांच में पुलिस का सहयोग करने की भी बात कही।
रिपोर्ट के अनुसार, Xiaomi ने अपने जवाब में कहा, (अनुवादित) "दुर्घटना होने के बाद, हमने तुरंत हस्तक्षेप किया है और निरीक्षण और जांच के लिए पुलिस के साथ सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं। पुलिस के सहयोग से प्राप्त वाहन के बैकएंड डेटा के अनुसार, दुर्घटना के समय वाहन के सभी सिस्टम सामान्य थें, जिसमें नॉर्मल ब्रेक पेडल स्टेटस और एक्सेलेरेटर पेडल का लगातार दबना शामिल था। हमने घटना के संबंध में ट्रैफिक पुलिस विभाग को एक व्हीकल डेटा रिपोर्ट दी है और उनकी जांच में सहायता करना जारी रखेंगे।"
पैनडेली की एक हालिया
रिपोर्ट बताती है कि कुछ Xiaomi SU7 मालिकों को अपनी कार लेने के तुरंत बाद
विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ा है, जिसमें अचानक ब्रेक फेल का संदेह भी शामिल है। इसमें बताया गया है कि चीन के हुनान में एक Xiaomi SU7 के मालिक को पार्किंग के दौरान अचानक ब्रेक फेल होने का अनुभव हुआ, जिसकी वजह से कार की डैंपिंग को नुकसान पहुंचा। कार ने अलार्म बजाया और बाद में स्क्रीन पर "ब्रेक सिस्टम फेलियर" जैसे चार असामान्य अलर्ट दिखाए। घटना के समय Xiaomi SU7 कार एक महीने से भी कम पुरानी थी।
वहीं, 13 मई को हुई इस घटना के जवाब में, Xiaomi ग्रुप के पीआर विभाग के जनरल मैनेजर वांग हुआ ने कथित तौर पर एक पोस्ट में कहा कि "वैरिफिकेशन के बाद पता लगा कि यह सॉफ्टवेयर द्वारा गलत पहचान थी और इस कम संभावना वाली घटना को ठीक कर दिया गया है।"