EV मेकर्स को बैटरी वेस्ट की डंपिंग पर सरकार ने दी चेतावनी

केंद्र सरकार ने कहा है कि अगर EV में इस्तेमाल होने वाली लिथियम-आयन बैटरी के वेस्ट की डंपिंग से होने वाले खतरों पर किसी रिपोर्ट पर वह सख्त कदम उठाएगी

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 6 दिसंबर 2023 17:09 IST
ख़ास बातें
  • EV से पॉल्यूशन को कम करने में आसानी होती है
  • इस सेगमेंट के साथ कुछ समस्याएं भी हैं
  • इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए केंद्र सरकार की ओर से इंसेंटिव दिए जा रहे हैं

दश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मार्केट 2030 तक बढ़कर एक करोड़ यूनिट्स सालाना का हो सकता है

Photo Credit: यह एक सांकेतिक इमेज है

पिछले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की बिक्री तेजी से बढ़ी है। EV से पॉल्यूशन को कम करने में आसानी होती है और यह क्रूड ऑयल के इम्पोर्ट को घटाने का भी बड़ा जरिया बन सकता है। हालांकि, इस सेगमेंट के साथ कुछ समस्याएं भी हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि अगर EV में इस्तेमाल होने वाली लिथियम-आयन बैटरी के वेस्ट की डंपिंग से होने वाले खतरों पर किसी रिपोर्ट पर वह सख्त कदम उठाएगी। 

रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज मिनिस्टर Nitin Gadkari ने राज्यसभा में कहा कि अगर देश में EV मेकर्स लिथियम-आयन बैटरी के वेस्ट की डंपिंग करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। कांग्रेस की सांसद रंजीत रंजन ने लिथियम-आयन बैटरी के वेस्ट की डंपिंग और इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में वर्कर्स को होने वाले नुकसान का मुद्दा राज्यसभा में उठाया था। उन्होंने बताया था कि एक रिसर्च रिपोर्ट में इन बैट्रीज की मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े वर्कर्स के स्वास्थ्य को नुकसान के बारे में जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट में पुरानी लिथियम-आयन बैट्रीज की डंपिंग से पर्यावरण खराब होने की भी जानकारी है। 

इसके उत्तर में गडकरी ने कहा, "हमारे पास इस तरह की कोई रिपोर्ट या निष्कर्ष नहीं है। अगर इस तरह का कोई निष्कर्ष हमारे सामने आता है तो हम उस पर विचार करेंगे। हम इस मुद्दे को गंभीरता से लेंगे और लिथियन-आयन बैटरी वेस्ट की रिसाइक्लिंग का समाधान निकालेंगे।" उन्होंने कहा कि यह भविष्य की टेक्नोलॉजी है और सरकार इसके लिए योजना बना रही है। इसके साथ ही गडकरी ने बताया कि अगले पांच वर्षों में इलेक्ट्रिक कारों, बसों और ट्रकों के एक्सपोर्ट में भारत एक अग्रणी देश बन जाएगा। 

उन्होंने बताया कि फाइनेंस मिनिस्टर ने अपने बजट भाषण में सर्कुलर इकोनॉमी का जिक्र किया था और इसके तहत पुरानी कारों की स्क्रैपिंग, रबड़ की बिटुमिन के साथ रिसाइक्लिंग और सड़कें बनाने में प्लास्टिक के इस्तेमाल जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। इस वर्ष के इकोनॉमिक सर्वे में अनुमान दिया गया था कि देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मार्केट 2030 तक बढ़कर एक करोड़ यूनिट्स सालाना का हो सकता है। इससे लगभग पांच करोड़ डायरेक्ट और इनडायरेक्ट जॉब्स मिलने की संभावना है। Tesla जैसे बड़े EV मेकर्स देश में अपने व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग करने की योजना बना रहे हैं। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. ये हैं टॉप 50 इंच स्मार्ट टीवी, LG से लेकर Acer और Xiaomi टीवी पर डिस्काउंट
#ताज़ा ख़बरें
  1. Google Pay, PhonePe, Paytm यूजर्स के लिए बड़ी खबर, 1 अक्टूबर से नहीं काम करेगा UPI का ये फीचर
  2. ये हैं टॉप 50 इंच स्मार्ट टीवी, LG से लेकर Acer और Xiaomi टीवी पर डिस्काउंट
  3. अब 15 मिनट पहले भी मिल जाएगी Vande Bharat की टिकट! जानें बुकिंग करने का पूरा प्रोसेस
  4. Vivo ने लॉन्च किया G3 5G, MediaTek Dimensity 6300 चिपसेट, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  5. Infinix Hot 60i 5G भारत में हुआ लॉन्च, 6,000 mAh की बैटरी
  6. 20 हजार वाले Samsung Galaxy A35 5G, Vivo T4 5G और Moto G96 5G जैसे स्मार्टफोन्स पर जबरदस्त डील
  7. Ola Electric ने लॉन्च किया S1 Pro Sport, जानें प्राइस, रेंज
  8. Oppo K13 Turbo Pro की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, ऑफर्स
  9. Google Search में AI मोड भारत में हुआ शुरू, जानें कैसे करें उपयोग
  10. Flipkart Freedom Sale: 7 हजार रुपये सस्ता मिल रहा Google का पिक्सल फोन
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.