हाल ही में Tata Passenger Electric Mobility ने अपने ब्रांड की नई पहचान Tata.ev को पेश किया है। कंपनी इस पहचान को Nexon EV के नए वर्जन में भी शामिल किया है। इसके साथ ही नई Nexon EV में 'गैजेटाइजेशन' और 'डिजिटाइजेशन' को भी जोड़ा गया है। Tata Passenger Electric Mobility के मार्केटिंग, सेल्स एंड सर्विस स्ट्रैटजी हेड
Vivek Srivatsa ने Gadgets 360 के
Ankit Sharma को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कंपनी की योजनाओं की जानकारी दी। प्रस्तुत हैं इसके मुख्य अंशः
Mr. Vivek Srivatsa, Head, Marketing, Sales and Service Strategy, Tata Passenger Electric Mobility Ltd.
Gadgets 360: Tata Passenger Electric Mobility ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) बिजनेस के लिए ब्रांड की एक नई पहचान की घोषणा की है। कंपनी के लिए इसकी क्या जरूरत थी?
Vivek Srivatsa: यह भविष्य के लिए एक विजन के तहत किया गया है क्योंकि हमारे कस्टमर्स हमें यह बता रहे हैं कि वे एक अलग एक्सपीरिएंस चाहते हैं। हमारी कम्युनिटी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। वे एनवायरमेंट पर एक सकारात्मक असर चाहते हैं और निश्चित तौर पर टेक्नोलॉजी के हाई लेवल की प्रोडक्ट और कस्टमर एक्सपीरिएंस दोनों में उम्मीद करते हैं। इस वजह से हमने सोचा कि यह उन्हें Tata.ev के साथ यह नया एक्सपीरिएंस देना चाहिए। नया ब्रांड नेम विभिन्न प्रोडक्ट्स, सर्विसेज और टचप्वाइंट्स पर मिलेगा। इसका एक एलिमेंट Nexon को बदलकर Nexon.ev करना भी है।
हालांकि, आप इस कार के इंटीरियर और एक्सटीरियर में डिजाइन से जुड़े बड़े बदलाव देखेंगे। इसका उद्देश्य एक अधिक प्रीमियम और गैजेटइज्ड एक्सपीरिएंस देना है। ब्रांड के डिजाइन और पहचान में बदलाव हमारे लिए यह संकेत है कि हमारे कस्टमर्स को हमें एक प्रीमियम और एडवांस्ड एक्सपीरिएंस देने के लिए तैयार रहना चाहिए।
Gadgets 360: कंपनी का व्हीकल पोर्टफोलियो बढ़ने के साथ, क्या आप Tata.ev के ब्रांड के तहत केवल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बेचने के लिए एक नया शोरूम खोलने की योजना बना रहे हैं?
Vivek Srivatsa: अभी तक ऐसी कोई योजना नहीं है। हालांकि, हम यह मानते हैं कि हमारे पोर्टफोलियो के बढ़ने के साथ इसकी जरूरत है। इसके लिए बड़े शोरूम या इंडिपेंडेंट स्टोर्स की निश्चित तौर पर जरूरत है। हम इसकी अभी पुष्टि नहीं कर रहे थे लेकिन इसकी संभावना है।
Gadgets 360: पेट्रोल और डीजन इंजन वाले वाले व्हीकल्स के बायर्स से EV बायर्स किस तरह अलग हैं?
Vivek Srivatsa: यह बहुत स्पष्ट है। EV के कस्टमर्स अन्य कार बायर्स से काफी अलग हैं। उनकी सोच एक टेक और गैजेट फैन के जैसी है। सबसे पहले, वे कस्टमर्स एक्सपीरिएंस के हाई लेवल की उम्मीद करते हैं और इसके बाद वे कंपनी से जल्द रिस्पॉन्स चाहते हैं। उनकी उम्मीद होती है कि कंपनी उनके सुझाव सुने और प्रोडक्ट और सर्विस में सुधार के लिए फीडबैक ले। यह ऐसी स्थिति होनी चाहिए जिसमें कंपनी को कस्टमर के साथ निरंतर कम्युनिकेशन करना होता है।
पेट्रोल और डीजन इंजन वाले व्हीकल्स के मार्केट में यह माना जाता है कि अगर व्हीकल का सड़क पर परफॉर्मेंस बेहतर है तो कंपनी से कस्टमर कम संपर्क करता है। हालांकि, EV इंडस्ट्री में कस्टमर्स अच्छे और बुरे दोनों प्वाइंट्स पर कंपनी के साथ बात करना चाहते हैं। हमने इसे काफी गंभीरता से लिया है और अपने बायर्स की कम्युनिटी से लगातार बात कर रहे हैं। हमारे पास कम्युनिटी के लिए ऑनाइन प्रोग्राम और ऑफलाइन इवेंट भी मौजूद हैं। भविष्य में हमारी ग्रोथ के लिए मौजूदा कम्युनिटी एक बड़ा हिस्सा है।
Gadgets 360: EV की सेल्स बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी कितनी महत्वपूर्ण है?
Vivek Srivatsa: आप जानते हैं कि Nexon EV बहुत गैजेटाइज्ड और डिजिटाइज्ड है। हमने इस कार में काफी इलेक्ट्रॉनिक्स दिया है। इसमें बिल्ट-इन ऐप सपोर्ट के साथ एक बड़ी टचस्क्रीन, एक मॉडर्न म्यूजिक सिस्टम और टेक से प्रेरित एक्सटीरियर लाइटिंग है। इसमें वेल्कम मैसेज, गुडबाय मैसेज और एक्सटीरियर चार्जिंग इंडिकेटर सभी टेक इंडस्ट्री से प्रेरित हैं। हमने EV कस्टमर्स की डिमांड पर इन सभी फीचर्स को जोड़ा है। हमारा मानना है कि EV इंडस्ट्री की तभी ग्रोथ होगी जब कस्टमर्स को डिजिटाइज्ड एक्सपीरिएंस मिलेगा।
Gadgets 360: देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के मार्केट में बढ़ोतरी के लिए कौन सी चुनौतियां हैं? इससे निपटने के लिए आप क्या कर रहे हैं और आपको सरकार से किस प्रकार की मदद की जरूरत है?
Vivek Srivatsa: चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर निश्चित तौर पर एक बड़ी चुनौती है। हाइवे चार्जिंग को बढ़ाना होगा। कस्टमर्स को भरोसेमंद चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। पेट्रोल पंपों के साथ चार्जिंग प्वाइंट होने चाहिए। पेट्रोलियम कंपनियों ने इस बिजनेस में शुरुआत करने का फैसला किया है और वे पेट्रोल पंपों पर एक या दो चार्जिंग प्वाइंट इंस्टॉल कर रही हैं। हालांकि, चार्जिंग स्टेशन लगाने की रफ्तार कम है और इस वजह से यह एक बड़ी चुनौती है।
दूसरी चुनौती शहरों में लोगों के लिए पार्किंग से जुड़ी है। ऐसी स्थिति में रेजिडेंशियल चार्जिंग का भी कोई इस्तेमाल नहीं है। हालांकि, हम कम्युनिटी चार्जिंग सॉल्यूशंस तैयार कर रहे हैं जो एक लोकेशन पर आठ से 10 चार्जिंग प्वाइंट उपलब्ध करा सकेंगे। प्रत्येक व्हीकल के लिए एक चार्जर को इंस्टॉल करना बेकार होगा क्योंकि अधिकतर लोगों को अपने व्हीकल्स एक सप्ताह में केवल दो बार चार्ज करने की जरूरत होगी। ऐसी स्थिति में, कम्युनिटी चार्जर्स कस्टमर्स के लिए बेहतर रहेंगे और उनका अधिकतम इस्तेमाल हो सकेगा। अगर कम्युनिटी चार्जर्स की हमारी योजना सफल रहती है तो EV इंडस्ट्री में काफी ग्रोथ हो सकती है।
Gadgets 360: कंपनी की EV सेल्स कितनी रही है और इस फाइनेंशियल ईयर के लिए कंपनी के क्या टारगेट हैं?
Vivek Srivatsa: हाल ही में हमने एक लाख EV की सेल्स की उपलब्धि हासिल की थी। यह आंकड़ा अब तक 3,000-4,000 यूनिट्स तक बढ़ गया होगा। इस सेल्स में Nexon की हिस्सेदारी 53 प्रतिशत की है। हमारे टारगेट 2025 तक अपने पोर्टफोलियो में कम से कम 10 कारों को शामिल करना है। हमने EV की सेल्स की हिस्सेदारी हमारे कुल पोर्टफोलियो में 2025 तक 25 प्रतिशत और 2030 तक 50 प्रतिशत करने का टारगेट रखा है।