पिछले कुछ महीनों में नॉन-फंजिबल टोकन ( NFT) सेगमेंट में उतरने वाली कंपनियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसी कड़ी में अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनी Salesforce ने अपने NFT के लॉन्च के साथ Web3 में शुरुआत की है। 'NFT Cloud' कहे जा रहे इस प्लेटफॉर्म पर लोग NFT को बनाने के साथ ही ट्रेड भी कर सकेंगे। मेटावर्स इंडस्ट्री के बढ़ने के साथ ही NFT की सेल्स में भी तेजी आ रही है।
NFT Cloud के जरिए डेटा, कम्युनिटीज और वॉलेट को लिंक किया जा सकेगा। Salesforce की वेबसाइट पर इस NFT प्लेटफॉर्म के बारे में
बताया गया है, "इससे नई कम्युनिटीज को इंटीग्रेटेड डेटा के साथ अनूठे तरीके से जोड़ा जा सकेगा। इस पर NFT को बनाया और बेचा जा सकेगा। एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के साथ स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स का इस्तेमाल हो सकेगा।" Salesforce की योजना इस प्लेटफॉर्म को एनर्जी एफिशिएंट बनाने की है और इस पर केवल प्रूफ-ऑफ-स्टेक ब्लॉकचेन्स पर बने NFT को ही सपोर्ट दिया जाएगा। NFT को सपोर्ट देने वाली लोकप्रिय PoS ब्लॉकचेन्स में Solana और Polygon शामिल हैं।
हाल के महीनों में कुछ मार्केटप्लेस के लॉन्च के साथ NFT की सेल्स में कॉम्पिटिशन बढ़ा है। इस वर्ष की शुरुआत में लॉन्च हुए LooksRare मार्केटप्लेस ने केवल तीन दिनों में 39.4 करोड़ डॉलर की सेल्स हासिल की थी। पिछले वर्ष NFT की सेल्स बढ़कर लगभग 25 अरब डॉलर पर पहुंच गई थी।
NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं। इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता।
इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है। ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अमेरिका में इस सेगमेंट से जुड़े धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है। इनमें कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है। इन मामलों से इस सेगमेंट में ट्रेडिंग को लेकर आशंका बढ़ी है। NFT की लोकप्रियता में भी बढ़ोतरी हो रही है। स्पोर्ट्स क्लब, ऑटोमोबाइल कंपनियां और पॉप स्टार्स भी इस कारोबार में उतर रहे हैं।