अमेरिकी रैपर Snoop Dogg और उनके बेटे Cordell Broadu उर्फ "Champ Medici" मेटावर्स पर डिजिटल वीड ला रहे हैं। इन्होंने हाल ही में माफिया की थीम वाले मेटावर्स प्रोजेक्ट MOBLAND के साथ पार्टनरशिप की थी। MOBLAND पर Snoop डिजिटल वीड फार्म चलाएंगे। MOBLAND एक ब्लॉकचेन गेम है जिसके इनवेस्टर्स में Twitch के को-फाउंडर Justin Kan, Terra के Do Kwon और Animoca Brands शामिल हैं।
गेम के प्लेयर्स के लिए Snoop Dogg के ब्रांडेड डिजिटल वीड फार्म
NFT और उनके बेटे Champ Medici से जुड़ा कंटेंट भी उपलब्ध कराया जाएगा। एक
प्रेस विज्ञप्ति में MOBLAND के को-फाउंडर Roy Liu के हवाले से बताया गया है कि वीड फार्म NFT की थर्ड जेनरेशन का हिस्सा है। Snoop Dogg ने कहा, "मेरे बेटे ने मुझे MOBLAND के साथ जुड़ने के महत्व और NFT के तौर पर डिजिटल वीड फार्म की जानकारी दी। इस सेगमेंट बड़ा बदलाव हो रहा है और मैं इसमें आगे रहना चाहता हूं।" Champ Medici का कहना था, "मैंने अपने पिता को वीडियो गेम्स खेलते देखा है। इसी वजह से मैंने सोचा की मेटावर्स और डिजिटल वीड को एक साथ लाने में कोई मुश्किल नहीं होगी।"
MOBLAND एक एक्शन गेम है जिसमें यूजर्स अपने सिंडीकेट के मेंबर्स को एक्वायर, ट्रेड और एक्सपैंड करते हैं। एक हिप हॉप सुपरस्टार और कारोबारी होने के साथ ही Snoop Dogg क्रिप्टो इंडस्ट्री के बड़े समर्थक हैं। Sandbox में एक वर्चुअल कॉन्सर्ट आयोजित करने के बाद उन्होंने अब MOBLAND का रुख किया है।
हाल के महीनों में NFT की लोकप्रियता बढ़ी है। स्पोर्ट्स क्लब, ऑटोमोबाइल कंपनियां और पॉप स्टार्स भी इस कारोबार में उतर रहे हैं। NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं। इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता। NFT का कारोबार बढ़ने के साथ ही इनसे जुड़े स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है। ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। हाल ही में अमेरिका में दो लोगों को 'Frosties' कही जाने वाली उनकी NFT सीरीज के साथ मनी लॉन्ड्रिंग और फ्रॉड करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों ने अपना NFT प्रोजेक्ट छोड़ने से पहले बायर्स को लगभग 11 लाख डॉलर का नुकसान पहुंचाया है। इस तरह के मामले 'रग पुल स्कैम' कहे जाते हैं, जिनमें NFT प्रोजेक्ट्स या क्रिप्टोकरेंसीज के क्रिएटर्स जल्द बिक्री करने के बाद गायब हो जाते हैं।