अमेरिका में Donald Trump के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के बाद क्रिप्टो मार्केट में उत्साह है। ट्रंप की अगुवाई वाली नई सरकार क्रिप्टो के पक्ष में पॉलिसी बना सकती है। इस सेगमेंट में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी भी बढ़ रही है। बिटकॉइन की सबसे अधिक होल्डिंग रखने वाली सॉफ्टवेयर मेकर MicroStrategy भी इस सबसे अधिक वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी की खरीदारी बढ़ा सकती है।
बिटकॉइन ने सोमवार को 1,09,241 डॉलर का नया हाई लेवल बनाया है। ट्रंप ने बिटकॉइन का रिजर्व बनाने का भी संकेत दिया था। पिछले कुछ सप्ताह से अमेरिकी कंपनी
माइक्रोस्ट्रैटेजी लगातार इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की खरीदारी कर रही है। इस कंपनी के को-फाउंडर, Michael Saylor ने बिटकॉइन की होल्डिंग बढ़ाने का संकेत दिया है। हाल ही में माइक्रोस्ट्रैटेजी ने लगभग 2,530 बिटकॉइन की खरीदारी लगभग 24.3 करोड़ डॉलर में की थी। इस कंपनी के पास लगभग 4,50,000 बिटकॉइन हैं। इस इनवेस्टमेंट पर माइक्रोस्ट्रैटेजी को काफी प्रॉफिट मिला है।
यह कंपनी अपने ऑथराइज्ड A क्लास कॉमन स्टॉक को लगभग 33 करोड़ शेयर्स से बढ़ाकर 10 अरब से अधिक शेयर्स करने की योजना बना रही है। इस योजना को 21 जनवरी को माइक्रोस्ट्रैटेजी के शेयरहोल्डर्स की मीटिंग में वोटिंग के लिए पेश किया जा सकता है। हालांकि, शेयर्स की वोटिंग में Saylor की हिस्सेदारी लगभग 47 प्रतिशत की है। इस सॉफ्टवेयर कंपनी के शेयर्स में इस बढ़ोतरी से इसके आउटस्टैंडिंग शेयर्स की कुल संख्या ई-कॉमर्स और टेक्नोलॉजी से जुड़ी Amazon और इंटरनेट सर्च इंजन Google को ऑपरेट करने वाली अमेरिकी कंपनी Alphabet के निकट हो जाएगी।
पिछले वर्ष अक्टूबर में माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बताया था कि वह तीन वर्षों में बड़ी संख्या में बिटकॉइन खरीदने के लिए डेट की बिक्री और शेयर्स जारी कर लगभग 42 अरब डॉलर जुटाएगी। कंपनी के
बिटकॉइन खरीदने की शुरुआत के बाद से इसके शेयर प्राइस में 2,500 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। बिटकॉइन का इस्तेमाल रूस की कंपनियां विदेश से कारोबार में कर रही हैं। रूस की सरकार ने कानून में बदलाव कर पश्चिमी देशों की पाबंदियों से निपटने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल की अनुमति दी थी। हाल ही में रूस के प्रेसिडेंट Vladimir Putin ने कहा था कि अमेरिका की मौजूदा सरकार अमेरिकी डॉलर का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर इसकी भूमिका को घटा रही है।