सिंगापुर की Fomo Pay का विदेश में पेमेंट्स के लिए Ripple के साथ टाई-अप

इस पेमेंट्स फर्म ने विदेश में तुरंत ट्रांजैक्शंस के लिए डॉलर और यूरो को सामान्य करेंसीज के तौर पर चुना है

सिंगापुर की Fomo Pay का विदेश में पेमेंट्स के लिए Ripple के साथ टाई-अप

Ripple को Bitcoin के विकल्पों के तौर पर देखा जाता है

ख़ास बातें
  • इसके लिए Ripple के ऑन-डिमांड लिक्विडिटी फीचर का इस्तेमाल किया जाएगा
  • Fomo Pay के पास लगभग 10,000 कस्टमर्स हैं
  • इससे फर्म को डॉलर और यूरो के लिए लिक्विडिटी का एक्सेस मिल सकेगा
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ऑनलाइन पेमेंट्स फर्म Fomo Pay ने विदेश में पेमेंट्स के लिए क्रिप्टो सेगमेंट को जोड़ा है। इसके लिए सिंगापुर की यह फर्म Ripple के ऑन-डिमांड लिक्विडिटी (ODL) फीचर का इस्तेमाल करेगी। Fomo Pay ने विदेश में तुरंत ट्रांजैक्शंस के लिए डॉलर और यूरो को सामान्य करेंसीज के तौर पर चुना है। पेमेंट्स के लिए ODL फीचर के इस्तेमाल से फर्म को डॉलर और यूरो के लिए पूरे वर्ष लिक्विडिटी का एक्सेस मिलेगा।

Fomo Pay के पास लगभग 10,000 कस्टमर्स हैं। इनमें चांगी एयरपोर्ट और सिंगापुर एयरलाइंस शामिल हैं। Ripple ने पिछले महीने लग्जरी रिटेलर्स को क्रिप्टोकरेंसीज में पेमेंट्स लेने में मदद के लिए जर्मनी की क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट प्रोवाइडर Lunu के साथ पार्टनरशिप की थी। एनर्जी की कम खपत करने वाले Ripple को Bitcoin के विकल्पों के तौर पर देखा जाता है। Finder की एक रिपोर्ट में बताया गया है 27 देशों में 15 प्रतिशत से अधिक क्रिप्टो इनवेस्टर्स के पास Ripple का नेटिव टोकन XRP मौजूद है। इन देशों में जापान, इंडोनेशिया, सिंगापुर और मलेशिया शामिल हैं।

प्रशांत महासागर के पास द्वीपों के देश Palau ने पिछले वर्ष अपनी डिजिटल करेंसी बनाने के लिए क्रिप्टो सॉल्यूशंस प्रोवाइडर Ripple के साथ पार्टनरशिप की थी। इसमें अमेरिकी डॉलर की सिक्योरिटी वाली डिजिटल करेंसी बनाने पर काम किया जाएगा। पार्टनरशिप के तहत, Ripple की ओर से Palau को टेक्नोलॉजी, बिजनेस, डिजाइन और पॉलिसी से जुड़ी मदद दी जाएगी। Palau की सरकार लोगों को बैंक करेंसीज के लिए एक विकल्प उपलब्ध कराना चाहती है। Palau की सरकार डिसेंट्रलाइज्ड पब्लिक ब्लॉकचेन XRP Ledger (XPRL) पर इसके इस्तेमाल का दायरा बढ़ाने की संभावना तलाशेगी। Palau में लगभग 340 द्वीप हैं और इसकी इकोनॉमी विदेश में रोजगार कर रहे इसके लोगों की ओर से से भेजी जाने वाली रकम या रेमिटेंस पर निर्भर करती है। 

रेमिटेंस पर निर्भर करने वाले देशों को क्रिप्टो टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल वाली ट्रांजैक्शंस से अधिक रकम मिलती है। क्रिप्टोकरेंसीज किसी बैंक की ओर से रेगुलेट नहीं की जाती और इस वजह से विदेश से आने वाले फाइनेंशियल ट्रांसफर पर कोई सर्विस फीस नहीं चुकानी होती।  सामान्य करेंसीज के जरिए फाइनेंशियल ट्रांसफर करने पर इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर प्लेटफॉर्म्स रेमिटेंस का कुछ प्रतिशत सर्विस फीस के तौर पर लेते हैं। कुछ देशों में ये मनी ट्रांसफर फर्में बहुत अधिक फीस वसूलती हैं। 
 

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

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