प्रमुख ब्लॉकचेन्स में से एक Ethereum का जल्द अपग्रेड होने की संभावना से इसके नेटिव टोकन ETH के साथ ही इसके stETH कहे जाने वाले स्टेक्ड डेरिवेटिव के प्राइस में भी तेजी आई है। इसके नतीजे में व्हेल्स की संख्या भी बढ़ी है। पिछले सप्ताह Ethereum Foundation के मेंबर Tim Beiko ने 'Merge' अपग्रेड के सितंबर में लॉन्च होने की जानकारी दी थी।
इस अपग्रेड के बाद Ethereum नेटवर्क एनर्जी की अधिक खपत करने वाले प्रूफ-ऑफ-वर्क मैकेनिज्म से पर्यावरण के अनुकूल माने जाने वाले प्रूफ-ऑफ-स्टेक मैकेनिज्म पर शिफ्ट हो जाएगा। चेन एनालिसिस फर्म
Santiment के डेटा से पता चलता है कि पिछले कुछ सप्ताह में 1,000 से 1,00,000 ETH के बीच होल्डिंग रखने वाले व्हेल्स की संख्या तेजी से बढ़ी है। इससे पहले इन व्हेल्स की संख्या में कमी हो रही थी। पिछले सप्ताह के अंत तक ऐसे 130 से अधिक नए वॉलेट्स उभरे थे। यह ट्रेंड ETH के स्मॉल इनवेस्टर्स की संख्या में भी दिख रहा है। इसके साथ ही 100 या अधिक कॉइन्स रखने वाले एड्रेस की संख्या 45,000 से अधिक के साथ 15 महीने के हाई पर पहुंच गई है।
Ether के प्राइस में भी पिछले कुछ सप्ताह में लगभग 40 प्रतिशत की तेजी आई है और इस रिपोर्ट को पब्लिश करने पर यह लगभग 1,524 डॉलर पर था। इससे पहले यह गिरकर लगभग 1,000 डॉलर तक भी चला गया था। Merge को कुछ वर्ष पहले लॉन्च होना था लेकिन इसमें कई बार देरी हुई है। हालांकि, मार्केट से जुड़े लोगों को अब इसके जल्द लॉन्च होने की उम्मीद है।
अपग्रेड में देरी का असर Ether के प्राइस पर भी हुआ था। वैल्यू के लिहाज से यह दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है।
अपग्रेड से stETH के इनवेस्टर्स को भी राहत मिल सकती है। डेवलपर्स इथेरियम के माइनिंग प्रोटोकॉल को उसके मौजूदा 'प्रूफ ऑफ वर्क' (PoW) मॉडल से 'प्रूफ ऑफ स्टेक' (PoS) में दोबारा कोड कर रहे हैं। इस अपग्रेड से Ethereum की इलेक्ट्रिसिटी की खपत 99 प्रतिशत तक घटने की उम्मीद है। Ethereum माइनर्स को ब्लॉकचेन पर ट्रांजैक्शंस का ऑर्डर देने के लिए बड़े सर्वर फार्म्स का इस्तेमाल करना पड़ता है जिससे इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत होती है और कार्बन एमिशन बढ़ता है। एक अनुमान में बताया गया था कि Ethereum की एक ट्रांजैक्शन की इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल 1,40,893 वीजा क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शंस के बराबर है।