अमेरिका में मजबूत इकोनॉमिक डेटा का क्रिप्टो मार्केट पर बड़ा असर पड़ा है। इकोनॉमी मजबूत होने से अमेरिका में Federal Reserve के रेट्स में कटौती से पीछे हटने की संभावना बनी है। क्रिप्टो मार्केट में बुधवार को इससे भारी गिरावट हुई। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस चार प्रतिशत से अधिक घटा है।
इस रिपोर्ट को लिखे जाने पर अमेरिका क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस चार प्रतिशत से अधिक गिरकर लगभग 93,270 डॉलर पर था। हाल ही में बिटकॉइन ने दोबारा एक लाख डॉलर का लेवल पार किया था। दूसरी सबसे क्रिप्टोकरेंसी Ether में छह प्रतिशत से अधिक का नुकसान था। Ether का प्राइस लगभग 3,320 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Solana और XRP के प्राइस भी घटे हैं।
क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी लगभग 56 प्रतिशत की है। इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी भी बढ़ रही है। एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर बनाने वाली MicroStrategy ने दिसंबर के अंत में लगातार आठवें सप्ताह में बिटकॉइन की बड़ी संख्या में खरीदारी की थी। यह बिटकॉइन की सबसे अधिक होल्डिंग वाली कंपनी है। माइक्रोस्ट्रैटेजी के पास लगभग 4,46,000 बिटकॉइन हैं।
हाल ही में इस कंपनी ने बताया था कि वह इस वर्ष अधिक शेयर्स इश्यू कर बिटकॉइन खरीद सकती है। हालांकि, माइक्रोस्ट्रैटेजी के शेयर्स की बिक्री कर बिटकॉइन खरीदने की स्ट्रैटेजी पर सवाल भी उठ रहे हैं। अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव के लिए प्रचार के दौरान Donald Trump ने बिटकॉइन का रिजर्व बनाने का संकेत दिया था। Federal Reserve का कहना है कि उसका बिटकॉइन का बड़ा स्टॉक बनाने की आगामी सरकार की योजना में शामिल होने का इरादा नहीं है। बिटकॉइन का इस्तेमाल रूस की कंपनियां विदेश से कारोबार में कर रही हैं। रूस ने कानून में बदलाव कर पश्चिमी देशों की पाबंदियों से निपटने के लिए
क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल की अनुमति दी थी। रूस के प्रेसिडेंट Vladimir Putin ने कहा था कि अमेरिका की सरकार अमेरिकी डॉलर का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर इसकी भूमिका को घटा रही है। इस वजह से बहुत से देशों को अन्य एसेट्स का रुख करना पड़ रहा है। यूक्रेन का कहना है कि वह रूस की कंपनियों के क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल को रोकने का प्रयास करेगा।