पिछले कुछ दिनों की वोलैटिलिटी के बाद क्रिप्टो मार्केट में मंगलवार को तेजी थी। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस लगभग चार प्रतिशत बढ़ा है। अमेरिका में प्रेसिडेंट Donald Trump के चीन और मेक्सिको सहित कुछ देशों पर टैरिफ लगाने से कई देशों के मार्केट्स में गिरावट हुई है।
इस रिपोर्ट को प्रकाशित किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस 3.70 प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 98,700 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में पांच प्रतिशत से अधिक का प्रॉफिट था। Ether का प्राइस लगभग 2,731 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। तेजी वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Solana और XRP शामिल थे। मार्केट एनालिस्ट्स ने बताया है कि ट्रंप के चीन और मेक्सिको सहित कुछ देशों पर टैरिफ लगाने से
क्रिप्टो मार्केट में दो अरब डॉलर से अधिक की बिकवाली हुई है। इनवेस्टर्स को बड़ी वैश्विक घटनाओं पर नजर रखने के साथ ही सतर्कता से आगे बढ़ना चाहिए।
अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसीज के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान Bitcoin का रिजर्व और क्रिप्टो के पक्ष में पॉलिसी बनाने का संकेत दिया था। हालांकि, बिटकॉइन का रिजर्व बनाने की योजना पर फेडरल रिजर्व ने सहमति नहीं दी थी। हाल ही में इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ने 1,09,200 डॉलर से अधिक का हाई लेवल बनाया था। भारत में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का रुख सख्त रहा है। इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी, Ajay Seth ने बताया है कि क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर सरकार के रुख की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा, "कुछ देशों ने क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल, उनकी स्वीकार्यता और महत्व के लिहाज से अपने रुख में बदलाव किया है। हम डिस्कशन पेपर की दोबारा समीक्षा कर रहे हैं।" उनका कहना था कि इस तरह के एसेट्स के लिए बॉर्डर नहीं होते और इस वजह से देश का रुख एकपक्षीय नहीं रखा जा सकता।
दुबई के क्रिप्टो एक्सचेंज ByBit पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के उल्लंघन के कारण भारत में लगभग 9.27 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। ByBit पर कानूनी दिशानिर्देशों का पालन किए बिना देश में बिजनेस करने पर यह जुर्माना लगा है। फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने इस क्रिप्टो एक्सचेंज की जांच की थी।