पिछले कुछ महीनों से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट का असर इस सेगमेंट से जुड़ी फर्मों पर पड़ रहा है। इस वजह से ये फर्में कॉस्ट घटाने की कोशिश में जुटी हैं। सिंगापुर के क्रिप्टो एक्सचेंज Bybit ने नुकसान से बचने के लिए अपनी वर्कफोर्स में कमी करने का फैसला किया है। हालांकि, एक्सचेंज ने यह नहीं बताया कि वह कितने एंप्लॉयीज की छंटनी करेगा।
Bybit के प्रवक्ता ने वर्कफोर्स को कम करने की पुष्टि की है। पिछले कुछ सप्ताह में क्रिप्टो सेगमेंट की बहुत सी फर्मों ने वर्कफोर्स को घटाया है। CryptoPotato ने Bybit के प्रवक्ता के हवाले से एक
रिपोर्ट में बताया, "मार्केट की मंदी का असर दुनिया भर में कंपनियों पर पड़ा है। Bybit भी इनमें शामिल है। हमने अपने वर्कफोर्स को कम करने का फैसला किया है।" एक्सचेंज ने हटाए जाने वाले एंप्लॉयीज को सेवरेंस पैकेज के साथ ही करियर में मदद करने का भी दावा किया है। प्रवक्ता का कहना था कि फर्म की स्थिति मजबूत है और इसके पास 160 से अधिक देशों में लगभग 60 लाख यूजर्स हैं। एक्सचेंज ने सभी रजिस्टर्ड यूजर्स को ग्रिड ट्रेडिंग बॉट उपलब्ध कराया है। इससे यूजर्स अपनी खरीदारी और बिक्री को ऑटोमेट कर सकेंगे।
बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक Coinbase ने भी हाल ही में अपनी वर्कफोर्स को 18 प्रतिशत घटाने का फैसला किया था। अमेरिका में हेडक्वार्टर रखने वाली इस फर्म का कहना है कि इंडस्ट्री के इस मुश्किल दौर में उसने
कॉस्ट में कमी करने के लिए यह कदम उठाया है। इस फैसले से एक्सचेंज के 1,000 से अधिक एंप्लॉयीज की छंटनी होने का अनुमान है। Coinbase ने इसकी चपेट में आए एंप्लॉयीज को ईमेल के जरिए यह जानकारी दी है। एक्सचेंज के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Brian Armstrong ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "हमारी टीम के साइज को लगभग 18 प्रतिशत कम करने का मुश्किल फैसला लिया गया है। इससे इकोनॉमिक स्लोडाउन के दौरान फर्म की मजबूत स्थिति को पक्का किया जा सकेगा।"
इससे पहले क्रिप्टो ट्रेडिंग और लेंडिंग प्लेटफॉर्म BlockFi ने लगभग 200 एंप्लॉयीज और क्रिप्टो एक्सचेंज Crypto.com ने लगभग 260 एंप्लॉयीज की छंटनी करने की घोषणा की थी। इन दोनों फर्मों ने वर्कफोर्स घटाने के लिए समान कारण बताए हैं। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 1 लाख करोड़ डॉलर से नीचे आ गया है।