मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में सोमवार को लगभग 0.25 प्रतिशत की गिरावट थी। बिटकॉइन लगभग 51,490 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। हालांकि, वीकेंड पर इसका प्राइस 473 डॉलर बढ़ा है। इसके लिए अगला रेजिस्टेंस 53,000 डॉलर पर है लेकिन पिछले दो सप्ताह से यह इसे पार करने में नाकाम रहा है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether में लगभग 2.05 प्रतिशत की तेजी थी। यह लगभग 3,004 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले कुछ दिनों में यह दूसरी बार है कि जब Ether ने 3,000 डॉलर के लेवल को पार किया है। Tether, Ripple, Cardano, Tron, Chainlink, Elrond, Near Protocol और Litecoin में भी गिरावट थी। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 0.67 प्रतिशत घटकर लगभग 1.99 लाख करोड़ डॉलर पर था। इस मार्केट कैपिटलाइजेशन में बिटकॉइन की हिस्सेदारी लगभग 50.7 प्रतिशत और Ether की 18.7 प्रतिशत की है।
क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने Gadgets360 को बताया, "पिछले कुछ सप्ताह से बिटकॉइन में गिरावट है। इसमें ब्रेकआउट होने के बाद इसका प्राइस जल्द 60,000 डॉलर तक जा सकता है।" एक अन्य क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon का कहना था, "Ether में लगभग 3,000 डॉलर पर मंदड़ियों की कोशिशों के बावजूद इसमें तेजी है। अगर यह 50 डे SMA के नीचे गिरता है तो खरीदारी कम हो सकती है और इसका प्राइस गिर सकता है।"
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और
क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत बताई थी। पिछले महीने अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC की ओर से बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को स्वीकृति मिली थी। देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। इस महीने की शुरुआत में पेश हुए बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टो सेगमेंट का कोई जिक्र नहीं किया था। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स को निराशा हुई थी। सरकार ने लगभग डेढ़ वर्ष पहले प्रत्येक क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का TDS लगाया था। इसके साथ ही क्रिप्टो से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत टैक्स लागू किया गया था। इससे क्रिप्टो की ट्रेडिंग एक्टिविटीज में कमी हुई है।