मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के प्राइस में मंगलवार को मामूली गिरावट थी। हालांकि, इसने 34,000 डॉलर से अधिक के लेवल को बरकरार रखा है। बिटकॉइन का प्राइस 34,270 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले एक दिन में इसमें लगभग 25 डॉलर की गिरावट हुई है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर बिटकॉइन का प्राइस 31,000 डॉलर से अधिक पर रहता है तो क्रिप्टो मार्केट में सेंटीमेंट बुलिश होगा।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether में 0.62 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 1,794 डॉलर पर था। इसके अलावा Avalanche, Ripple, Solana, Polygon, Cardano, Polkadot, Litecoin के Stellar के प्राइसेज बढ़े हैं। Tether, USD Coin, Binance USD और New Coin में गिरावट थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो की मार्केट वैल्यू 0.47 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.27 करोड़ डॉलर पर थी।
CoinSwitch Ventures के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन 34,000-34,800 डॉलर की रेंज में दिख रहा है। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में इसमें आई तेजी से शॉर्ट-टर्म में बिटकॉइन को खरीदने वालों को काफी प्रॉफिट हुआ है। इनवेस्टर्स को इसमें तेजी का ट्रेंड जारी रहने की उम्मीद है।" क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon का कहना था, "अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से पहले बिटकॉइन स्पॉट ETF को स्वीकृति मिलने की संभावना से बिटकॉइन में जोरदार तेजी आई है।"
बिटकॉइन ने लगभग दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके
प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। हालांकि, RBI की ओर से क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने की भी मांग की गई थी। कुछ देशों में रेगुलेटर्स इस सेगमेंट के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों में कमी हो सकती है और इससे इनवेस्टर्स का भरोसा भी बढ़ सकता है।