मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने 16 महीने का हाई-लेवल बरकरार रखा है। इसका प्राइस लगभग 33,950 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में इसकी वैल्यू 327 डॉलर बढ़ी है। क्रिप्टो मार्केट में Ether सहित बहुत सी क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज में गिरावट रही।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 1.39 प्रतिशत घटकर 1,788 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में इसमें लगभग 25 डॉलर की गिरावट हुई है। इसके अलावा नुकसान वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Binance Coin, Ripple, Solana, Cardano, Litecoin, Polygon, Polkadot, Stellar और Monero शामिल थी। हालांकि, Tether, USD Coin, Binance USD और Cronos के प्राइसेज में तेजी थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट वैल्यूएशन 0.92 प्रतिशत घटकर लगभग 1.25 लाख करोड़ डॉलर पर था।
CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets360 को बताया, "क्रिप्टो मार्केट में गिरावट का कारण BlackRock के स्पॉट Bitcoin ETF टिकर का Depository Trust & Clearing Corporation की वेबसाइट से अस्थायी तौर पर हटना हो सकता है। हालांकि, कुछ घंटे बाद इस टिकर को दोबारा बहाल कर दिया गया था। बिटकॉइन और Ether दोनों 50-डे और 200-डे के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज से अधिक पर ट्रेड कर रहे हैं। बिटकॉइन में मजबूती दिख रही है। ETH को कुछ रेजिस्टेंस लेवल को पार करना होगा और इसके बाद इसमें तेजी आ सकती है।"
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ा है। कुछ
क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। RBI का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कोई मजबूत वैल्यू नहीं जुड़ी और इस वजह से इस पर बैन लगाना चाहिए। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों में कमी हो सकती है और इनवेस्टर्स का भरोसा भी बढ़ सकता है।