अमेरिका में चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद से क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस भी तेजी से बढ़ा है। बिटकॉइन ने 1,07,700 डॉलर से अधिक का नया हाई बनाया है। इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी भी बढ़ रही है। एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर बनाने वाली MicroStrategy ने पिछले कुछ सप्ताह में बड़ी संख्या में बिटकॉइन खरीदे हैं।
इस कंपनी ने 9 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच लगभग 15,350 बिटकॉइन को लगभग 1.5 अरब डॉलर में खरीदा है। इसके लिए MicroStrategy ने प्रति बिटकॉइन 1,00,380 डॉलर से कुछ अधिक का प्राइस चुकाया है।
क्रिप्टो सेगमेंट में इनवेस्टेंट बढ़ाने का कंपनी के शेयर प्राइस को भी फायदा मिला है। इस वर्ष MicroStrategy का शेयर लगभग 490 प्रतिशत बढ़ा है। हाल ही में इसे Nasdaq 100 इंडेक्स में भी शामिल किया गया था। कंपनी के पास लगभग 4,39,000 बिटकॉइन की कुल होल्डिंग है। इसके पास इस सबसे अधिक वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी की कुल सप्लाई का दो प्रतिशत से अधिक है।
हालांकि, बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में शामिल Microsoft ने बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट नहीं करने का फैसला किया है। हाल ही में इस कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने
बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट के खिलाफ वोट दिया था। माइक्रोसॉफ्ट के शेयरहोल्डर्स के सामने बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट के आकलन का एक प्रपोजल पेश किया गया था। कंपनी के बोर्ड ने शेयरहोल्डर्स को इस प्रपोजल के खिलाफ वोट करने का सुझाव दिया था। माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर, Bill Gates भी क्रिप्टोकरेंसीज के खिलाफ हैं। उन्होंने क्रिप्टोकरेंसीज में सट्टेबाजी होने और इस सेगमेंट रिस्क को लेकर आशंका जताई थी।
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने क्रिप्टो के लिए सख्त रेगुलेशन नहीं बनाने का संकेत दिया था। उन्होंने क्रिप्टो के समर्थक Paul Atkins को SEC का नया चीफ नियुक्त किया है। इससे अगले वर्ष की शुरुआत में अमेरिका में ट्रंप की अगुवाई वाली नई सरकार के कार्यभार संभालने पर क्रिप्टो के पक्ष में पॉलिसी बनाए जाने की संभावना बढ़ी है। ट्रंप ने बिटकॉइन का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने की भी जानकारी दी है। पिछले सप्ताह ट्रंप ने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) में ट्रेडर्स को बताया था कि वह चाहते हैं कि अन्य देशों से पहले अमेरिका में क्रिप्टो को बढ़ावा दिया जाए।