भारत सरकार ने कुछ चीनी ऐप्स बैन कर दिए थे। पहले तो ये ऐप्स गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से हटा लिए गए। लेकिन कुछ ऐप्स ऐसे थे जो पहले से स्मार्टफोन में इंस्टॉल थे। अब इन बैन हुए ऐप्स को हटाने की दिशा में काम किया जा रहा है। Xiaomi ने पिछले ही दिनों बयान ज़ारी करते हुए कहा था कि जल्द ही स्मार्टफोन के लिए लेटेस्ट वर्ज़न MIUI अपडेट ज़ारी किया जाएगा, जिसके तहत फोन में मौजूद प्री-इंस्टॉल बैन हुए चीनी ऐप्स को रीमूव कर दिया जाएगा। लेटेस्ट रिपोर्ट में उन स्मार्टफोन के नाम सामने आए हैं, जिनके लिए यह MIUI अपडेट ज़ारी किया जाने वाला है। नए अपडेट के बाद यूज़र्स अपने फोन से Mi Browser, Mi Browser Pro और Mint Browser को अन-इंस्टॉल कर सकेंगे, जो स्मार्टफोन में प्री-लोडेड आते हैं। बता दें, 59 चीनी ऐप्स बैन करने के बाद भारत सरकार ने अन्य चीनी ऐप्स पर भी प्रतिबंध लगाया था, जिनमे यह मी ब्राउज़र, मी ब्राउज़र प्रो आदि शामिल थे।
91mobiles की
रिपोर्ट के अनुसार, Xiaomi, Redmi और Poco फोन को यह नया MIUI अपडेट प्राप्त होने वाला है और जिन स्मार्टफोन को यह अपडेट प्राप्त होगा उनमें
Mi Mix 2,
Redmi 6,
Redmi 6 Pro,
Redmi 6A,
Redmi 7,
Redmi 7A, Redmi 8,
Redmi 8A,
Redmi 8A Dual,
Redmi K20,
Redmi K20 Pro,
Redmi Y2,
Redmi Y3,
Redmi Note 5 Pro,
Redmi Note 6 Pro,
Redmi Note 7,
Redmi Note 7 Pro,
Redmi Note 7S,
Redmi Note 8,
Redmi Note 8 Pro,
Redmi Note 9 Pro,
Redmi Note 9 Pro Max,
Redmi Note 9,
Poco F1,
Poco X2 और
Poco M2 Pro शामिल हैं।
आपको बता दें, Mi Browser, Mi Browser Pro और Mint Browser को Google Play Store से पहले ही
हटाया जा चुका है। हालांकि, जिन फोन में यह पहले से ही प्री-इंस्टॉल आते हैं, उनके लिए जल्द ही MIUI का नया वर्ज़न अपडेट के रूप में लाया जाएगा।
Xiaomi के Mi Browser पर नोट साझा किया गया है कि, "भारत सरकार ने Mi Browser Pro/Mint Browser App को बैन करने के लिए एक अंतरिम आदेश जारी किया है। एक जिम्मेदार कॉरपोरेट होने के नाते, हमने सरकार के आदेश का पालन करते हुए सभी ऑनलाइन कॉन्टेंट फीड को डिसेबल कर दिया है, जिसमें न्यूज़ सर्विस, गेम्स सेंटर्स आदि शामिल हैं।”
गौरतलब है कि जून के अंत में भारत सरकार ने TikTok समेत 59 चीनी ऐप्स को भारत में
बैन घोषित कर दिया था, जिसमें ShareIt, UC Browser, Shein, Club Factory, Clash of Kings, Helo, Mi Community, CamScanner, ES File Explorer, VMate, Newsdog जैसे कई ऐप्स शामिल थे। हालांकि, इसके बाद जुलाई में भी सरकार द्वारा कुछ ऐसा ही कदम उठाया गया और 47 अन्य चीनी ऐप्स को बैन कर दिया गया। सरकार का कहना है कि ये सभी ऐप्स कुछ इस तरह की गतिविधियों में शामिल थे, जिससे देश की संप्रभुता और अखंडता, देश की सुरक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था आदि के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता था। डेटा सिक्योरिटी और यूज़र प्राइवेसी के चलते सरकार ने इन ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया है।