ऐसा लगता है कि गूगल आखिरकार एंड्रॉयड स्मार्टफोन में प्री इंस्टॉल आने वाले हैंगआउट्स को ना लेना का कड़ा फैसला करने वाली है। एक खबर के मुताबिक, एक दिसंबर 2016 से गूगल के एंड्रॉयड स्मार्टफोन निर्माताओं एंड्रॉयड में हैंगआउट्स को प्रीलोड करना जरूरी नहीं होगा। गौर करने वाली बात है, गूगल द्वारा हाल ही में लॉन्च किया गया डुओ ऐप अब एंड्रॉयड स्मार्टफोन में हैंगआउट्स की जगह लेगा।
एक ईमेल के हवाले से एंड्रॉयड पुलिस की
रिपोर्ट में कहा गया कि गूगल ने ओईएम से नए हार्डवेयर के साथ हैंगआउट्स ऐप ना देने की बात कही है। इस ईमेल में लिखा है, ''आज हम घोषणा कर रहे हैं कि गूगल सूट में अब हैंगआउट्स की जगह गूगल डुओ लेगा। और हैंगआउट्सहैंगलाउट टेलीफोनी प्रोडक्ट के लिए जीएमएस विकल्प होगा। यह बदलाव 1 दिसंबर 2016 से लागू होगा।''
गौर करने वाली बात है कि गूगल के इस ताजा कदम का मतलब यह नहीं है कि हैंगआउट्स का अंत हो गया है। हैंगआउट्स ऐप अब एक विकल्प के तौर पर होगा और इसे गूगल प्ले से डाउनलोड किया जा सकता है। इससे पहले कंपनी ने
खुलासा किया था कि हैंगआउट्स को एंटरप्राइज़ के लिए एक ट्रांजिशन होगा।
हैंगआउट्स ऐप को रीप्लेस करने का विकल्प चुनाव पर निर्भर है और यह फैसला भी चौंकाने वाला नहीं है। गूगल का हैंगआउट्स ऐप दूसरे लोकप्रिय ऐप जैसे फेसबुक के व्हाट्सऐप और मैसेंजर सर्विस, वीचैट व हाइक को टक्कर देने में असफल रहा। हालांकि, गूगल द्वारा हैंगआउट को अलो की जगह डुओ के साथ रीप्लेस करना चौंकाने वाली बात है।
गूगल के वीडियो कॉलिंग ऐप डुओ को गूगल प्ले पर अब तक एक करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। दुनियाभर में इस नए वीडियो कॉलिंग ऐप के जारी होने के चार दिन बाद ही यह टॉप फ्री ऐप में सबसे ऊपर जगह बनाने में कामयाब रहा। डुओ ऐप सभी देशों में गूगल प्ले पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है। गूगल ने डुओ ऐप को ऐप्पल के फेसटाइम, माइक्रोसॉफ्ट के स्काइप, वीबर और दूसरे ऐसे ही ऐप को टक्कर देने के इरादे से लॉन्च किया है।