टोयोटा के पास हाइब्रिड टेक्नोलॉजी वाली Prius है। यह केवल EV पर फोकस करने के बजाय एनवायरमेंट के अनुकुल पावरट्रेन वाली टेक्नोलॉजीज को बढ़ावा देना चाहती है
टोयोटा ने इसमें कोल्ड-स्टार्ट सिस्टम भी जोड़ा है जिससे यह माइनस 15 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी स्टार्ट हो सकती है। इसे EV मोड पर भी चलाया जा सकता है
इस वर्ष की शुरुआत में MG Motor ने Hector SUV में बड़ा अपग्रेड किया था। कंपनी ने इसके बेस वेरिएंट का प्राइस नहीं बढ़ाया है। इसके मिड और टॉप वेरिएंट्स महंगे हुए हैं
हाल ही में कंपनी ने कहा था कि उसने पहली तिमाही में कस्टमर्स को मॉडल Y और मॉडल 3 कारों की चार लाख से अधिक यूनिट्स की डिलीवरी की है। टेस्ला ने भारत में EV की मैन्युफैक्चरिंग करने की योजना भी बनाई है
टोयोटा की सिएना मिनीवैन (Sienna minivans) को ऑरोरा के सेल्फ-ड्राइविंग सिस्टम के साथ डलास-फोर्ट-वर्थ इलाके में हाइवे और शहर की सड़कों पर टेस्ट किया जाएगा।
Mirai को लेकर Toyota का दावा है कि यह कार फुल टैंक के साथ 650 km की रेंज निकाल सकती है। बताया गया है कि यह कार पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल है और इसमें पानी के अलावा कोई और उत्सर्जन नहीं होता।
मारुति सुज़ुकी की मूल कंपनी सुज़ुकी को सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इन्सेंटिव (PLI) स्कीम के तहत लाभ के लिए चुना गया है, जिसके चलते कंपनी Maruti और Toyota दोनों की आवश्यकताओं के लिए इलेक्ट्रिक कार बना सकती है।
नासा की योजना है कि इस मिशन के साथ जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर एक हफ्ते के लिए ठहराया जाएगा, ताकि वो लैंडिंग साइट के आसपास के इलाके की खोज कर सकें।
रिपोर्ट बताती है कि Maruti Suzuki YY8 (Codename) को टू-व्हील ड्राइव और ऑल-व्हील ड्राइव दोनों ही ऑप्शन में लॉन्च किया जाएगा, जिसमें बेस मॉडल 138hp पावर जनरेट करने वाली मोटर और 48kWh क्षमता के बैटरी पैक के साथ आ सकता है।
इन तीनों ऑटोमोबाइल कंपनियों को कारें बनाने वाली बड़ी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। इन कंपनियों में Toyota Motor भी शामिल है जिसने अपने पोर्टपोलियो को इलेक्ट्रिक में तब्दील करने के लिए 70 अरब डॉलर (लगभग 5,25,900 करोड़ रुपये) का इनवेस्टमेंट करने की योजना बनाई है