टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (ट्राई) के दो नए नियम आज से लागू हो रहे हैं। इसका फायदा आम मोबाइल यूजर्स को होगा। उन्हें अपने नेटवर्क के बारे में सही जानकारी मिलेगी। साथ ही स्पैम कॉल्स से भी छुटकारा पाएंगे। आज से यूजर्स के लिए यह पता करना आसान होगा कि किस इलाके में कौन-कौन सी टेलिकॉम कंपनियों के सिग्नल आ रहे हैं। अब सिर्फ वही कंपनियां लोगों को मैसेज भेज पाएंगी या कॉल कर पाएंगी जो वाइट लिस्ट में हैं।
TRAI ने फालतू कॉल करके परेशान करने वाली करीब 50 अनरजिस्टर्ड टेली मार्केटिंग फर्मों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। 2 लाख 75 हजार नंबरों को काटा गया है। TRAI ने बताया है कि स्पैम कॉल्स में बढ़ोतरी हो रही है। इस साल जून तक अनरजिस्टर्ड टेलिमार्केटर्स के खिलाफ 7 लाख 90 हजार से ज्यादा शिकायतें मिलीं। इसके बाद ट्राई ने टेलिकॉम कंपनियों को निर्देश दिए कि ऐसी फर्मों को बंद किया जाए और उन जुड़े नंबरों को काटा जाए।
TRAI ने मंगलवार को एक बैठक की और सर्विस प्रोवाइडर्स और उनके टेलीमार्केटर्स को वॉयस कॉल का इस्तेमाल करके बल्क कम्युनिकेशन पर रोक लगाने के लिए बेहतर उपाय पेश करने के आदेश दिए।
नया फीचर यूजर को स्पैम मैसेज पहचानने और ब्लॉक करने की सुविधा देता है जिसमें न तो डिवाइस को अनलॉक करना होगा, और न ही ऐप में जाकर स्पैम को ब्लॉक करने की जरूरत पड़ेगी।
What is DCA system : इस सिस्टम के तहत कंस्यूमर्स और कमर्शल कंपनियों के लिए एक मंच तैयार किया जाएगा। इसके बाद यूजर्स जिस बैंक, बीमा कंपनी या बाकी कंपनियों से मैसेज, कॉल पाना चाहते हैं, उसके लिए अपनी डिजिटल मंजूरी दे सकेंगे।
इन रेगुलेशंस के तहत, सभी कमर्शियल प्रमोटर्स और टेलीमार्केट्स के लिए DLT प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कराना और कस्टमर से दिन में उनकी पसंद के दिन और समय पर विभिन्न प्रकार के प्रमोशनल मैसेज प्राप्त करने की सहमति लेना जरूरी था
पिछले कुछ दिनों में देश में वॉट्सऐप यूजर्स को इंटरनेशनल स्पैम कॉल्स मिल रही हैं। बहुत से यूजर्स ने इसे लेकर ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शिकायत की थी
एयरटेल की ओर से इस विषय में पहले ही ऐसे AI फिल्टर प्रदान करने की घोषणा की जा चुकी है। जबकि, जियो फर्जी कॉल और मैसेज के लिए AI फिल्टर लगाने की तैयारी में है।
वॉट्सऐप का मालिकाना हक रखने वाली Meta के प्रवक्ता ने कहा कि वॉट्सऐप के पास ऐसे सिस्टम हैं जिनसे इस तरह के मैसेज भेजने वाले बिजनेस को यूजर्स से फीडबैक मिलने के बाद सस्पेंड कर दिया जाता है
इसके लिए TRAI के अलावा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड और मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स की एक ज्वाइंट कमेटी ऑफ रेगुलेटर्स बनाई गई है
टेलीकॉम बिल के ड्राफ्ट पर स्टेकहोल्डर्स के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है। इसके बाद इसे फाइनल किया जाएगा। इसके दायरे में WhatsApp, Facebook, Telegram और Signal जैसे ऐप्स आएंगे