इस स्पेसप्लेन को Boeing ने बनाया है और इसका साइज लगभग एक स्मॉल बस जितना है। अपने मिशन को समाप्त करने के बाद यह वातावरण के जरिए वापस नीचे आता है और एक एयरप्लेन की तरह रनवे पर लैंड करता है
यह ज्युपिटर के इक्वेटर के ऊपर मौजूद है। इससे यह पता चल सकता है कि इस ग्रह का असमान वातावरण किस प्रकार का है। NASA के James Webb Space Telescope ने इसकी इमेज कैप्चर की है
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यह आइलैंड व्हेल और सील के शिकार के लिए भी इस्तेमाल होता था। डिसेप्शन आइलैंड पर कुछ साइंटिफिक रिसर्च स्टेशंस भी हैं। हालांकि, इनमें से कुछ ज्वालामुखी में विस्फोटों के कारण नष्ट हो चुके हैं
Humming gravitational waves : इस खोज में 7 भारतीय संस्थानों के वैज्ञानिक भी शामिल थे। लो-पिच वाली गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाने के लिए दुनिया के 6 रेडियो टेलिस्कोप को इस्तेमाल किया गया।
अमेरिका की कोलोराडो यूनिवर्सिटी और बकनेल यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोनॉमर्स Sebastian Pineda और Jackie Villadsen ने YZ Ceti से लगातार रेडियो सिग्नल मिलने का पता लगाया है
इसे Z 229-15 कहा जा रहा है और यह तारों के समूह Lyra में है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी का कहना है कि यह एक गैलेक्सी है जो गुरुत्वाकर्षण के कारण जुड़े तारे होते हैं
NASA ने इंस्टाग्राम पर लगभग सात वर्ष पुरानी धरती की रात में रोशनी से जगमगाती तस्वीर शेयर की है। इसमें धरती का बाहरी हिस्सा हल्की नीली रोशनी में दिख रहा है
जेम्स वेब टेलीस्कोप से पहले एस्ट्रोनॉमर्स के पास WR 124 जैसे एनवायरमेंट्स में धूल के बनने को लेकर पर्याप्त जानकारी नहीं थी। वास्तविक डेटा मिलने के बाद इस बारे में रिसर्च को बढ़ाया जा सकता है
Violence in Space! दुनियाभर के खगोलविदों ने मिलकर एक ऑप्टिकल फ्लेयर यानी चमक का अध्ययन किया है। यह चमक एक मरते हुए तारे की ब्लैक होल के साथ हुई भिड़ंत का नतीजा थी।