Solar Flare : हमारा सूर्य अपने 11 साल के चक्र से गुजर रहा है और बहुत अधिक एक्टिव फेज में है। इसकी वजह से सूर्य में सनस्पॉट देखने को मिल रहे हैं, जिनसे सोलर फ्लेयर्स, कोरोनल मास इजेक्शन (CME) जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं।
Solar storm Alert : आज सूर्य में 5 अलग-अलग सनस्पॉट दिखाई दिए हैं। इनका फोकस पृथ्वी की तरह है। अगर सूर्य में कोई विस्फोट होता है, तो उसका असर पृथ्वी तक देखने को मिल सकता है।
Solar Storm Alert! : सूर्य में दिखाई दे रहा कोरोनल होल एक विशाल सौर खाड़ी (Solar Gulf) है, जो सूर्य के बीचोंबीच फैली है। यह सूर्य के ऊपरी वायुमंडल का क्षेत्र है, जो सूर्य के बाकी क्षेत्र के तुलना में कम गर्म होता है।
Solar storm : एक सौर तूफान के पृथ्वी से टकराने से हमारे ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र में छेद हो गया। इसकी वजह से नॉर्वे के आसमान में बेहद रेयर ‘गुलाबी अरोरा’ का ‘विस्फोट’ हुआ।
Solar flare : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) अपनी चेतावनी में बता चुकी है कि विशाल सौर विस्फोटों के बार-बार होने की संभावना है। यह विस्फोट और इनमें बढ़ोतरी साल 2025 तक जारी रहेगी।
China Sun Mission : चीन ने अंतरिक्ष के मौसम की भविष्यवाणियों में सुधार और सूर्य का अध्ययन करने के लिए एक स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया है। इस स्पेसक्राफ्ट का नाम है- एडवांस्ड स्पेस-बेस्ड सोलर ऑब्जर्वेट्री (ASO-S)।
यह सब उस 11 साल के चक्र की वजह से हो रहा है, जिसने सूर्य को बहुत अधिक एक्टिव फेज में ला दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वजह से सूर्य में साल 2025 तक विस्फोट होते रहेंगे।