• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • सूर्य में उठ रहा तूफान, पृथ्‍वी तक हो सकता है असर, दुनियाभर की एजेंसियों ने जारी की एडवाइजरी

सूर्य में उठ रहा तूफान, पृथ्‍वी तक हो सकता है असर, दुनियाभर की एजेंसियों ने जारी की एडवाइजरी

इसकी वजह सूर्य पर बना एक सनस्‍पॉट है, जो बार-बार सोलर फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्‍शन को भड़का रहा है।

सूर्य में उठ रहा तूफान, पृथ्‍वी तक हो सकता है असर, दुनियाभर की एजेंसियों ने जारी की एडवाइजरी

यह सब उस 11 साल के सौर चक्र का नतीजा है, जिससे सूर्य गुजर रहा है।

ख़ास बातें
  • हालांकि आप तक इसका असर बिलकुल नहीं होगा
  • अंतरिक्ष में हमारे सैटेलाइट प्रभावित हो सकते हैं
  • पावर ग्रिड पर असर पड़ सकता है
विज्ञापन
पृथ्‍वी पर एक के बाद एक कई सौर तूफानों (solar storms) का खतरा मंडरा रहा है। यह सब उस 11 साल के सौर चक्र का नतीजा है, जिससे सूर्य गुजर रहा है। यह बहुत अधिक एक्टिव फेज में है और साल 2025 तक हलचलों से घिरा रहेगा। हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने एक चेतावनी में कहा था कि विशाल सौर विस्‍फोटों के बार-बार होने की संभावना है। अब ब्रिटिश मौसम कार्यालय, US नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर (एसडब्ल्यूपीसी) और ऑस्ट्रेलियाई मौसम विज्ञान ब्यूरो (बीओएम) ने अगले कुछ दिनों में सौर और भू-चुंबकीय (geomagnetic) तूफानों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसकी वजह सूर्य पर बना एक सनस्‍पॉट है, जो बार-बार सोलर फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्‍शन को भड़का रहा है। 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पृथ्‍वी के नजरिए से यह एक चिंता वाली बात लगती है, पर सूर्य का ऐसा व्‍यवहार सामान्‍य है। ये तूफान कुछ छोटी-मोटी गड़बड़ियां पैदा कर सकते हैं। हालांकि आप तक इनका असर बिलकुल नहीं होगा। सिर्फ अंतरिक्ष में हमारे सैटेलाइट प्रभावित हो सकते हैं। पावर ग्रिड पर असर पड़ सकता है। तूफान ज्‍यादा खतरनाक हुए तो अंतरिक्ष में मौजूद यात्रियों को खतरे में डाल सकते हैं। अगर आप हाई एल्‍टीट्यूट में रहते हैं, तो शानदार ऑरोरा का नजारा देखने को मिल सकता है। 

सौर तूफान सूर्य के जीवन का प्राकृतिक हिस्सा हैं। हर 11 साल में जब एक नया चक्र शुरू होता है, तो यह अलग-अलग गतिविधि स्तरों से गुजरता है। इस दौरान सूर्य में हलचलें बढ़ जाती हैं। इसकी वजह से कोरोनल मास इजेक्‍शन यानी CME और सोलर फ्लेयर्स देखने को मिलते हैं। CME, सौर प्लाज्मा के बड़े बादल होते हैं। सौर विस्फोट के बाद ये बादल अंतरिक्ष में सूर्य के मैग्‍नेटिक फील्‍ड में फैल जाते हैं। 

अंतरिक्ष में घूमने की वजह से इनका विस्‍तार होता है और अक्‍सर यह कई लाख मील की दूरी तक पहुंच जाते हैं। कई बार तो यह ग्रहों के मैग्‍नेटिक फील्‍ड से टकरा जाते हैं। जब इनकी दिशा की पृथ्‍वी की ओर होती है, तो यह जियो मैग्‍नेटिक यानी भू-चुंबकीय गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं। इनकी वजह से सैटेलाइट्स में शॉर्ट सर्किट हो सकता है और पावर ग्रिड पर असर पड़ सकता है। इनका असर ज्‍यादा होने पर ये पृथ्‍वी की कक्षा में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को भी खतरे में डाल सकते हैं। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Meta AI सर्वर में सेव रखता है आपकी WhatsApp चैट! इस तरह डिलीट करें अपना पर्सनल डेटा
  2. OnePlus का नया स्मार्टफोन जल्द देगा दस्तक! मिलेगा स्नैपड्रैगन 8 जेनरेशन 4 प्रोसेसर
  3. OnePlus 15R vs Vivo X200 FE vs Samsung Galaxy S24+ 5G: जानें कौन सा फोन है बेस्ट
  4. 4.3 लाख के iPhone 17, 68 हजार की टिप! Instamart पर 2025 में क्या-क्या हुआ? यहां जानें
  5. आज NASA ऑफिस में रहेगी हलचल! धरती की तरफ आ रहे हैं 3 बड़े एस्टेरॉयड
  6. Huawei Watch 10th Anniversary Edition लॉन्च, 11 दिनों तक चलेगी बैटरी, जानें फीचर्स
  7. Huawei MatePad 11.5 (2026) टैबलेट 13 मेगापिक्सल कैमरा, 10100mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें सबकुछ
  8. 50MP कैमरा वाले Pixel फोन की कीमत गिरी 25 हजार से ज्यादा, देखें डील
  9. Huawei Nova 15 के साथ लॉन्च हुए Pro और Ultra मॉडल, बड़ी बैटरी और OLED डिस्प्ले है इनकी खासियत! जानें कीमत
  10. itel Vista Tab 30: 7000mAh बैटरी, 11 इंच डिस्प्ले वाला बजट टैबलेट हुआ भारत में लॉन्च, जानें कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »