साइबर सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म CloudSEK का कहना है कि उसने कई फिशिंग डोमेन और Android-आधारित नकली क्रिप्टो एप्लिकेशन से जुड़े एक चल रहे ऑपरेशन का खुलासा किया है।
दिसंबर 2021 में, हैदराबाद की एडिशनल पुलिस कनिश्नर (क्राइम और एसआईटी) शिखा गोयल (Shikha Goel) ने भारत में क्रिप्टो निवेशकों को अपने एसेट को अज्ञात, अनधिकृत वॉलेट में ट्रांस्फर करने से बचने की सलाह दी थी।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड से जुड़ा एक मामला हाल ही में सामने आया था, जहां निवेश के बदले अच्छे रिटर्न का वादा करके 17 लोगों से 38 लाख रुपये की ठगी की गई है।
ग्लोबल औसत की तुलना में तीन गुना अधिक भारतीय ग्राहक स्कैमर से लंबी बातचीत में फसे पाए गए। वहीं, जापान के ग्राहकों ने ग्लोबल लेवल पर सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, जहां सर्वे में शामिल लोगों में से केवल 5% लोगों ने स्कैमर के साथ बातचीत जारी रखी।