यह गाइड आपको डिलीट किए गए चैट को वापस हासिल करने के तरीकों के बारे में बताएगी, जिसमें क्लाउड या लोकल बैकअप से लेकर थर्ड-पार्टी टूल्स तक शामिल हैं। ऐसा Android और iOS, दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम पर संभव है, इसलिए हम यहां दोनों के बारे में बता रहे हैं।
ग्रुप की हालिया एक्टिविटी में मैलवेयर ट्रांसमिशन के लिए फिशिंग तकनीकों का इस्तेमाल शामिल है। ये फिशिंग अटैक अक्सर दुर्भावनापूर्ण डॉक्युमेंट को आधिकारिक सरकारी पत्राचार या डिफेंस-संबंधी जानकारी के रूप में दिखाते हैं।
गैजेट्स 360 द्वारा देखे गए 10 पेज के दस्तावेज से पता चलता है कि कर्मचारी किसी भी गैर-सरकारी क्लाउड सर्विस पर कोई भी इंटरनल, प्रतिबंधित, गोपनीय सरकारी डेटा या फाइलों को अपलोड-सेव नहीं करेंगे।
शेयर किए स्क्रीनशॉर्ट में उन नोटिफिकेशन का इशारा मिला है, जो कि यूज़र्स को उस वक्त प्राप्त होंगे जब उनका गूगल ड्राइव में दिया गया बैकअप कोटा लगभग पूरा होने वाला होगा।
DownDetector के अनुसार, भारत में भी यूज़र्स को Google सर्विस, जैसे कि Search और Drive को एक्सेस करने में परेशामी का समाना करना पड़ा था। Stack Overflow, Shopify, PayPal और Vimeo सहित अन्य वेबसाइट्स और ऐप्स को लेकर भी शिकायतें की गई थी।
WhatsApp तो आप सभी इस्तेमाल करते ही होंगे। आज का लेख खासतौर से उन सभी यूजर्स के लिए है जिन्होंने अभी तक Facebook के इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp डेटा का बैकअप नहीं लिया है।
ट्रूकॉलर ने सोमवार को एक नया फ़ीचर 'बैकअप फॉर एंड्रॉयड' लॉन्च कर दिया। लेटेस्ट फ़ीचर के जरिए यूज़र को बैकअप और कॉन्टेक्ट, कॉल हिस्ट्री, ब्लॉक लिस्ट को रीस्टोर किया जा सकता है। इसके लिए गूगल ड्राइव की सेटिंग में जाना होगा।
अब कंपनी ने ऐलान किया है कि अब यूज़र 50 एमबी साइज़ के मेल रिसीव कर सकेंगे। हालांकि, इस सर्च कंपनी ने साफ किया है कि यूज़र अब भी अधिकतम 25 एमबी साइज़ के मेल भेज पाएंगे। अगर किसी दूसरे डोमेन से 50 एमबी साइज़ तक मेल आता है तो वे उसे रिसीव कर सकेंगे।
गूगल ने सोमवार को डेस्कटॉप क्रोम पर गूगल ड्राइव सर्विस के लिए अपडेट जारी किया। इस अपडेट से अब कुछ चुनिंदा फाइलें ऑफलाइन एक्सेस करने के लिए उपलब्ध रहेंगी।