देश में इस सेक्टर के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। पिछले सप्ताह वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता
अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई है। इन ETF में फंडिंग लगातार बढ़ रही है। इस सप्ताह बिटकॉइन का प्राइस भी 73,700 डॉलर से अधिक पर गया था जो इसका हाई प्राइस है
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 2.28 प्रतिशत घटकर लगभग 2,417 डॉलर पर था। इसके अलावा Tether, Cardano, Solana, Ripple, Tron और Polkadot के प्राइस भी घटे हैं
हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इमर्जिंग मार्केट्स को खतरे की चेतावनी दोहराई थी। RBI का कहना था कि कुछ देशों में इस सेगमेंट को स्वीकृति मिलने के बावजूद उसकी पोजिशन में इसे लेकर बदलाव नहीं हुआ है
पेमेंट के तौर पर बिटकॉइन को स्वीकार करने वाले कारोबारियों को ट्रैक करने वाले BTC Map से पता चलता है कि पिछले वर्ष के अंत में इन कारोबारियों की संख्या बढ़कर 6,126 पर पहुंच गई
बिटकॉइन ने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था
बिटकॉइन का प्राइस 36,318 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। यह इस वर्ष बिटकॉइन का सबसे अधिक प्राइस है। दो वर्ष पहले इसने लगभग 68,000 डॉलर का उच्चतम स्तर बनाया था
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी आने का बड़ा कारण इंटरेस्ट रेट्स में बढ़ोतरी का असर और अमेरिका में बैंकिंग सिस्टम में मुश्किलें हैं। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू 1,661 डॉलर बढ़ी है
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी
पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.7 प्रतिशत घटकर 969 अरब डॉलर पर है। क्रिप्टो मार्केट में तेजी वाले ऑल्टकॉइन्स में Dash, Circuits of Value और Flex शामिल थे
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी