एलन मस्क ने "डॉजकॉइन करोड़पति" ग्लौबर कॉन्टेसोटो के जवाब में ट्वीट किया कि वह Dogecoin को "लोगों के क्रिप्टो" (the people's crypto) के रूप में देखते हैं और बताया कि वह क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट क्यों करते हैं।
एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिप्टोकरेंसी सर्वे एजेंसी द्वारा 22 देशों में की गई एक हालिया स्टडी में पाया गया है कि अमेरिका में डॉजकोइन (DOGE) एडॉप्ट करने का रेट बिटकॉइन और ईथर से अधिक है।
सोमवार को लंबे समय बाद अच्छा प्रदर्शन करते हुए Dogecoin 0.23 डॉलर (लगभग 17 रुपये) पर ट्रेड हो रहा था और अब हफ्ते के खत्म होने के साथ इसकी कीमत 0.20 डॉलर (लगभग 14.8 रुपये) पर आ गई।
पिछले कुछ दिनों में Dogecoin द्वारा दिखाई गई स्थिरता से यह कहना तो मुश्किल है कि कॉइन पहले की तरह परफॉर्म करेगा, लेकिन इसकी कीमत अप्रैल में जबरदस्त रफ्तार पकड़ने से पहले के भाव पर पहुंच गई है।
एलन ने आज शाम 4 बजे एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने Dogecoin की बात की। इसके साथ उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें एक डॉलर नोट में Shiba Inu डॉग दिखाया गया है। इसी डॉग ब्रीड के नाम पर इस कॉइन का नाम और लोगो रखे गए हैं।
खबर लिखने तक Bitcoin (BTC) की भारत में कीमत 33 लाख रुपये के आसपास चल रही थी। बुधवार को क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के क्रैश होने के बाद अब सभी क्रिप्टोकरेंसी अपनी कुछ दिनों पहले की कीमतों पर वापस आ रहे हैं।
मंगलवार को चीन से खबर आई थी कि चीनी सरकार ने वित्तीय संस्थानों और पेमेंट कंपनियों को क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन से संबंधित सर्विस प्रदान करने से बैन कर दिया है और निवेशकों को क्रिप्टो ट्रेडिंग के खिलाफ चेतावनी भी दी है।
2013 में लॉन्च होने के बाद, Dogecoin अब दुनिया की टॉप पांच क्रिप्टोकरेंसी में से एक है, जिसकी मार्केट कैपिटल लगभग 40 बिलियन डॉलर (लगभग 2.98 लाख करोड़ रुपए) है।
मस्क पिछले कुछ समय से Dogecoin के प्रमुख प्रमोटरों में से एक रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने एक कैप्शन वाली तस्वीर ट्वीट की, जिसमें लिखा था, "Doge barking at the moon.", जो क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार में इसके बड़े पैमाने पर विकास की ओर इशारा था।