हैरानी की बात यह है कि मछली साइज में बहुत ज्यादा छोटी है, फिर भी इतनी आवाज पैदा कर पा रही है। हालांकि अभी वैज्ञानिकों ने इस बात को साफ नहीं किया है कि ये मछलियां ऐसी आवाज क्यों पैदा करती हैं।
NASA के अनुसार, सनराइज आर्क गैलेक्सी में मौजूद Earendel की खोज केवल टेक्नोलॉजी और ग्रेविटेशनल लेंसिंग कहे जाने वाले एक प्रभाव के जरिए प्रकृति की संयुक्त ताकत की वजह से हो सकी है
हिमालय में मिले खनिज तत्वों में कैल्शियम और मैगनीशियम कार्बोनेट पाए गए हैं। इससे वैज्ञानिकों को यह समझने में आसानी हो सकती है कि किस प्रकार के इवेंट्स की वजह से धरती के इतिहास में एक बड़ा ऑक्सिजेनेशन हुआ होगा
Humming gravitational waves : इस खोज में 7 भारतीय संस्थानों के वैज्ञानिक भी शामिल थे। लो-पिच वाली गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाने के लिए दुनिया के 6 रेडियो टेलिस्कोप को इस्तेमाल किया गया।
इसे मार्च में Pan-STARRS ऑब्जरवेटरी ने खोजा था। इसके बाद इसकी मौजूदगी की पुष्टि अमेरिका के हवाई में मौजूद टेलीस्कोप और एरिजोना में दो ऑब्जरवेटरी ने की थी
इस एक्सपोप्लैनेट को TOI 4603b कहा जा रहा है और यह अपने तारे के बहुत निकट से चक्कर लगाने वाले सबसे बड़े और घने प्लैनेट्स में शामिल है। यह अपने तारे की प्रत्येक 7.24 दिन में परिक्रमा करता है
चीन का Zhurong रोवर लगभग दो वर्ष पहले मंगल ग्रह पर उतरा था। इसने मंगल की सतह पर पानी के निशान खोजे हैं। इस रोवर के निकट रेत के टीलों के संकेत भी मिले हैं
इसकी झलक अगले सप्ताह बुधवार या गुरुवार को दिखने की संभावना है। यह बिना बाइनॉक्युलर या टेलीस्कोप के भी दिख सकता है। एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया है कि धरती से यह 2.5 लाइट मिनट्स या 2.7 करोड़ मील की दूरी से गुजरेगा