चीन में 2200 साल पुराने, महिला के 'खूनी दांतों' वाले अवशेष मिले!

महिला के दांतों पर एक लाल रंग का जहरीला पदार्थ लगा पाया गया है।

चीन में 2200 साल पुराने, महिला के 'खूनी दांतों' वाले अवशेष मिले!

Photo Credit: Qian Wang

महिला के दांतों पर एक लाल रंग का पदार्थ पोता हुआ मिला है।

ख़ास बातें
  • महिला के ऐसे अवशेष मिले हैं जो काफी चौंकाने वाला खुलासा करते हैं।
  • महिला के दांतों पर एक लाल रंग का पदार्थ पोता हुआ मिला है।
  • यह पदार्थ जहरीला है और पारे व सल्फर से मिलाकर बनाया गया है।
विज्ञापन
चीन में एक अंत्येष्टि स्थान पर महिला के ऐसे अवशेष मिले हैं जो काफी चौंकाने वाला खुलासा करते हैं। महिला के दांतों पर एक लाल रंग का पदार्थ पोता हुआ मिला है। यह पदार्थ जहरीला है और पारे व सल्फर से मिलाकर बनाया गया है। कब्र 2200 और 2050 साल पुरानी हैं जो शिनजियांग के तुर्पान शहर में पाई गई हैं। पुरातत्व के जानकारों ने पहचान की है कि ये अवशेष गुशी (Gushi) लोगों से संबंधित हैं। गुशियों को घुड़सवार संस्कृति के लिए जाना जाता है। 

प्राचीन समाजों में सिनबार (cinnabar) से रंगे दांतों का महत्व पहले कभी लेखित नहीं किया गया है। Archaeological and Anthropological Sciences में इस स्टडी को प्रकाशित किया गया है। स्टडी कहती है कि यह पहला मामला देखा गया है जब दांतों पर सिनबार लगा हुआ पाया गया है। टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट्री में बायोमेडिकल साइंसेज के प्रोफेसर Qian Wang के मुताबिक, दुनिया भर में किसी अन्य प्राचीन दफनाने की प्रथा में इस तरह का चलन नहीं देखा गया है। 

दांतों पर लगे इस लाल के पदार्थ का स्पेक्ट्रास्कोपी की मदद से विश्लेषण किया गया। विश्लेषण में पाया गया कि इसमें सिनबार मौजूद है जो कि एक पशु प्रोटीन के साथ है। यह संभावित रूप से अंडे की जर्दी, या अंडे के सफेद हिस्से जैसा कोई प्रोटीन है जो सिनबार को इस पर लगाने की प्रकिया को सुविधाजनक बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया हो सकता है।   

हालांकि, यह लाल रंग का पदार्थ दांतों पर क्यों लगाया गया होगा, इसका कारण अभी तक साफ नहीं हो पाया है। एक्सपर्ट मान रहे हैं कि इसका संबंध कॉस्मेटिक प्रथाओं, सामाजिक स्थिति, या शामनवादी अनुष्ठानों से हो सकता है। इस क्षेत्र में अन्य दफनाए गए अवशेषों में चेहरे पर चित्रकारी और टैटू के साक्ष्य मिले हैं, जो शरीर को सजाने की व्यापक परंपराओं की संभावना को दर्शाते हैं। 

चीन के झिंजियांग क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से सिनेबार भंडार नहीं मिलते हैं। जिसका मतलब है कि यह पदार्थ संभवतः पश्चिमी एशिया, यूरोप या चीन के अन्य भागों से आयात किया गया था। पारे से कुछ स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी हो सकते हैं। इससे तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है। हलांकि महिला अवशेषों की हड्डियों में इस तरह का नुकसान नहीं पाया गया। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ईमेल करते हैं, तो कोई इंसान जवाब ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. iQOO Z10 Turbo+ में मिल सकता है 50 मेगापिक्सल Sony प्राइमरी कैमरा, अगले महीने होगा लॉन्च
  2. Samsung के Galaxy F36 5G की कल से शुरू होगी भारत में बिक्री, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  3. Tesla के लिए AI6 चिप्स की मैन्युफैक्चरिंग करेगी Samsung, 1.4 लाख करोड़ रुपये की हुई डील
  4. Primebook 2 Neo का लॉन्च 31 जुलाई को, Rs 15,990 में मिलेगा AI लैपटॉप, जानें स्पेसिफिकेशन्स
  5. Vivo का T4R 5G इस सप्ताह होगा भारत में लॉन्च, प्राइस का हुआ खुलासा
  6. MG Comet EV Price Hike: हर वेरिएंट पर 15,000 रुपये की मार, बैटरी सब्सक्रिप्शन फीस भी बढ़ी
  7. Xiaomi 16 Ultra में मिल सकता है 200 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा
  8. Kinetic DX EV: स्मार्ट फीचर्स, 116 Km तक रेंज के साथ इलेक्ट्रिक अवतार में लौट आया ओल्ड स्कूल Kinetic स्कूटर
  9. Oppo की K13 Turbo सीरीज के भारत में लॉन्च की तैयारी, Flipkart के जरिए होगी बिक्री
  10. Turkey Earthquake 2023: Google अलर्ट की चूक! कंपनी ने मानी गलती, कहा...
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »