C-295 की क्षमता 5 से 10 टन है। यह इंडियन एयरफोर्स के Avro-748 विमानों को रिप्लेस करेगा। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, C-295 को एक बेहतर विमान माना जाता है। इसकी मदद से 71 सैनिकों या 50 पैराट्रूपर्स को रसद के साथ उन इलाकों में पहुंचाया जा सकता है, जहां भारी एयरक्राफ्ट नहीं पहुंच सकते।
LCA MK2 : 4.5 जेनरेशन वाले LCA Mark 2 (एलसीए मार्क 2) फाइटर जेट मार्च 2026 तक उड़ान भरना शुरू कर देंगे। इनका बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन साल 2029 तक शुरू होने की उम्मीद है।
Nasa Experiment : नासा ने लेजर तकनीक का इस्तेमाल करके एक एयरक्राफ्ट से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) तक 4K वीडियो फुटेज को स्ट्रीम करने का रिकॉर्ड बनाया है।
टाटा ग्रुप के मालिकाना हक वाली एयर इंडिया ने 470 विमानों का ऑर्डर दिया है और अगले 18 महीनों में इसे प्रत्येक छह दिनों एक नया विमान मिलेगा। नए विमानों को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाया जाएगा
वर्जिन गैलेक्टिक की दूसरी स्पेस फ्लाइट के अगस्त में उड़ान भरने की उम्मीद है। दूसरी फ्लाइट से उन लोगों का स्पेस सफर शुरू होगा, जिन्होंने टिकट खरीदे हैं।
रिपोर्ट कहती है कि C919 को 100 घंटे के वैरिफिकेशन टेस्ट के लिए 1 फरवरी को शंघाई से बीजिंग की उड़ान भरनी थी और फिर हेफई जाना था। लेकिन प्लेन अपने तय समय के अनुसार हेफई नहीं पहुंच सका और बीच यात्रा में से ही शंघाई लौट गया