Air India को अगले 18 महीनों तक प्रत्येक 6 दिन में मिलेगा नया विमान

टाटा ग्रुप के मालिकाना हक वाली एयर इंडिया ने 470 विमानों का ऑर्डर दिया है और अगले 18 महीनों में इसे प्रत्येक छह दिनों एक नया विमान मिलेगा। नए विमानों को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाया जाएगा

Air India को अगले 18 महीनों तक प्रत्येक 6 दिन में मिलेगा नया विमान

पिछले कुछ वर्षों में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ी है

ख़ास बातें
  • एयर इंडिया ने अधिकतर ग्राउंडेड विमानों को रीस्टोर किया गया है
  • यह नए विमानों को इंटरनेशनल रूट्स पर लगा रही है
  • एयर ट्रैवल की डिमांड में तेजी से रिकवरी हुई है
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देश की बड़ी एयरलाइंस में शामिल Air India ने 470 विमानों का ऑर्डर दिया है। पिछले कुछ वर्षों में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ी है। इस डिमांड को पूरा करने के लिए एयरलाइंस अपने बेड़े में विमानों की संख्या भी बढ़ा रही हैं। एयर इंडिया को अगले 18 महीनों तक प्रत्येक छह दिन में एक विमान मिलना है। 

एयर इंडिया के CEO और MD, Campbell Wilson ने सिंगापुर में आयोजित एसोसिएशन ऑफ एसिया पैसेफिक एयरलाइंस की असेंबली में बताया, "हमारे पास नए विमान हैं। हम बहुत से विमानों को शामिल कर रहे हैं। इसके साथ ही बड़ी संख्या में क्रू और स्टाफ की भी नियुक्ति की जा रही है। बहुत कार्य करना है और हम अच्छी प्रगति कर रहे हैं।" उनका कहना था कि एयर इंडिया के यात्री विश्वसनीयता और समय पर उड़ानें चाहते हैं और चुनौती इन जरूरतों को पूरा करने की है। विल्सन ने बताया कि नए विमानों को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाया जा रहा है। इसके अलावा अधिकतर ग्राउंडेड विमानों को रीस्टोर किया गया है। विल्सन ने अन्य एयरलाइंस के साथ कॉम्पिटिशन का मुकाबला करने और एयर इंडिया के लिए ट्रैवल बढ़ने का विश्वास भी बताया। 

टाटा ग्रुप के मालिकाना हक वाली एयर इंडिया ने 470 विमानों का ऑर्डर दिया है और अगले 18 महीनों में इसे प्रत्येक छह दिनों एक नया विमान मिलेगा। एसोसिएशन ऑफ एशिया पैसेफिक एयरलाइंस के डायरेक्टर जनरल, Subash Menon ने बताया कि देश में एयर ट्रैवल की मौजूदा डिमांड 2019 के लेवल्स से लगभग 20 प्रतिशत अधिक है। एशिया पैसेफिक के बॉर्डर्स बाकी देशों के बाद खुले थे और इस वजह से इस रीजन में एयर ट्रैवल की रिकवरी सितंबर तक 69 प्रतिशत पर थी। एशिया में एयर ट्रैवल में रिकवरी अन्य रीजंस की तुलना में देरी से हुई थी। 

इस वजह से एशिया की बहुत सी एयरलाइंस यूरोपियन यूनियन (EU) के नियम के अनुसार सर्विसेज शुरू करने के लिए स्लॉट्स का इस्तेमाल नहीं कर सकी थी। इन स्लॉट्स के नुकसान से दोनों रीजंस के बीच कनेक्टिविटी पर असर पड़ा है। इंटरनेशनल एयर ट्रैवल इंटरनेशनल सिविल एविशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) के नियमों और शर्तों के तहत संचालित होता है। इन नियमों और शर्तों का उल्लंघन करने से सुरक्षा और विभिन्न रीजंस के बीच मोबिलिटी पर असर पड़ता है। 

 
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आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

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