• होम
  • टेलीकॉम
  • ख़बरें
  • रिलायंस और Elon Musk की स्टारलिंक में टकराव, सैटेलाइट स्पेक्ट्रम ऑक्शन का है मुद्दा

रिलायंस और Elon Musk की स्टारलिंक में टकराव, सैटेलाइट स्पेक्ट्रम ऑक्शन का है मुद्दा

दुनिया के सबसे रईस शख्स Elon Musk की स्टारलिंक ने देश में अपनी इंटरनेट सर्विस शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई है

रिलायंस और Elon Musk की स्टारलिंक में टकराव, सैटेलाइट स्पेक्ट्रम ऑक्शन का है मुद्दा

विदेशी इंटरनेट सर्विस कंपनियों ने इस स्पेक्ट्रम के लिए लाइसेंस देने की डिमांड की थी

ख़ास बातें
  • स्टारलिंक ने देश में अपनी इंटरनेट सर्विस शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई है
  • इससे पहले कंपनी ने अफ्रीका में अपनी सर्विस का सफल लॉन्च किया था
  • मुकेश अंबानी की Reliance Jio बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शामिल है
विज्ञापन
बिलिनेयर Mukesh Ambani की Reliance Industries ने टेलीकॉम रेगुलेटर से सैटेलाइट स्पेक्ट्रम को लेकर अपनी योजना पर दोबारा विचार करने के लिए कहा है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने सैटेलाइट स्पेक्ट्रम का ऑक्शन नहीं, बल्कि इसे एलोकेट करने की योजना बनाई है। 

पिछले महीने टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने बताया था कि केंद्र सरकार वैश्विक चलनों के अनुसार, इस स्पेक्ट्रम को एलोकेट करेगी। हालांकि, इसके साथ ही उनका कहना था कि इस बारे में अंतिम नोटिफिकेशन TRAI से फीडबैक मिलने के बाद जारी किया जाएगा। दुनिया के सबसे रईस शख्स Elon Musk की स्टारलिंक ने देश में अपनी इंटरनेट सर्विस शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई है। इससे पहले कंपनी ने अफ्रीका में अपनी सर्विस का सफल लॉन्च किया था। 

रिलायंस के सीनियर पॉलिसी एग्जिक्यूटिव, Ravi Gandhi ने एक चर्चा में TRAI से इस फैसले पर दोबारा विचार करने का निवेदन किया था। उनका कहना था कि स्पेक्ट्रम को प्रशासनिक तौर पर एलोकेट करना किसी सरकारी रिसोर्स के डिस्ट्रीब्यूशन का 'सबसे पक्षपात पूर्ण तरीका' है। इसके विपरीत स्टारलिंक के देश में एग्जिक्यूटिव, Parnil Urdhwareshe ने कहा कि स्पेक्ट्रम के एलोकेशन की यह योजना 'आगे की ओर देखने वाली' है। इस बारे में TRAI के सुझाव आगामी सप्ताहों में सामने आएंगे। सैटेलाइट स्पेक्ट्रम के डिस्ट्रीब्यूशन के तरीके को तय करने में ये सुझाव महत्वपूर्ण होंगे। मुकेश अंबानी की Reliance Jio बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शामिल है। एनालिस्ट्स का मानना है कि इस स्पेक्ट्रम के लिए ऑक्शन होने पर अधिक इनवेस्टमेंट करना पड़ सकता है। इससे विदेशी कंपनियों की इसमें दिलचस्पी घट सकती है। 

सैटेलाइट इंटरनेट सर्विसेज शुरू करने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को सिक्योरिटी क्लीयरेंस लेने के साथ ही कई मिनिस्ट्रीज से अप्रूवल लेने होते हैं। पिछले वर्ष रिलायंस जियो ने बताया था कि उसने दूरदराज के चार क्षेत्रों को अपनी JioSpaceFiber सर्विस से कनेक्ट किया है। ये क्षेत्र गुजरात में गिर, छत्तीसगढ़ में कोरबा, ओडिशा में नबरंगपुर और असम में जोरहाट, ONGC हैं। विदेशी इंटरनेट सर्विस कंपनियों ने इस स्पेक्ट्रम के लिए लाइसेंस देने की डिमांड की थी। इन कंपनियों का मानना है कि अगर भारत में इसके लिए नीलामी होती है तो अन्य देशों में भी इस प्रोसेस को लागू किया जा सकता है।  इससे इन कंपनियों को कॉस्ट में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Apple पर लगा वर्कर्स की गैर कानूनी तरीके से निगरानी करने का आरोप
  2. बिटकॉइन में बढ़ी कंपनियों की दिलचस्पी, MicroStrategy ने की 1.5 अरब डॉलर की खरीदारी
  3. EV के लिए सब्सिडी में फ्रॉड को लेकर Hero Electric सहित 3 कंपनियों पर कसा शिकंजा 
  4. Xiaomi Sound Outdoor स्‍पीकर 9 दिसंबर को होंगे लॉन्च, जानें प्रमुख खूबियां
  5. iQOO 13 vs Realme GT 7 Pro: जानें कौन सा स्मार्टफोन है बेस्ट
  6. 40 घंटों की बैटरी लाइफ के साथ लॉन्‍च हुए HONOR EarBuds X8, जानें प्राइस
  7. Lenovo Yoga Pad Pro AI 2024 टैबलेट 10200mAh बैटरी, Snapdragon 8 Gen 3 के साथ लॉन्च, जानें फीचर्स
  8. 7000mAh बैटरी वाला Realme Neo7 दिखा गीकबेंच पर, और एक फीचर का खुलासा
  9. Blinkit से Sony PS5 कर डाला ऑर्डर, फ्री मिली हींग गोली, पोस्ट हुई वायरल
  10. Motorola का G35 5G अगले सप्ताह होगा भारत में लॉन्च, 6.7 इंच का डिस्प्ले
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »