नेटवर्क स्पीड ट्रैकर Ookla के लेटेस्ट टेस्ट रिज़ल्ट्स के अनुसार, Jio भारत में सबसे ज्यादा रेटिंग के साथ Q4 2020 में सबसे तेज़ ब्रॉडबैंड नेटवर्क प्रोवाइडर रहा है। Ookla का कहना है कि Vi (Vodafone Idea) ने पिछले साल की चौथी तिमाही (Q4 2020) के दौरान सबसे तेज मोबाइल डाउनलोड स्पीड दी और तीसरी तिमाही की तुलना में कंपनी Airtel से आगे निकल गई। सभी साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोपरेशन (SAARC) देशों में ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भारत सबसे आगे है, लेकिन मोबाइल की स्पीड के मामले में भारत अन्य देशों से पीछे है।
Q4 2020 (साल 2020 की चौथी तिमाही) को लेकर Ookla की लेटेस्ट
रिपोर्ट में सभी ऑपरेटर्स के ब्रॉडबैंड और मोबाइल नेटवर्क की परफॉर्मेंस के बारे में बताया गया है। रिपोर्ट कहती है कि Jio 3.7 रेटिंग के साथ औसत ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड में सबसे आगे है और पॉजेटिव NPS (नेट प्रमोटर स्कोर) पाने वाली एकमात्र कंपनी है। NPS ग्राहक संतुष्टि मापने का तरीका है। इसके बाद ACT ने दूसरा स्थान हासिल किया है और Airtel और Excitel क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। इसी अवधि के दौरान औसत ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड के मामले में BSNL सबसे धीमी स्पीड देने वाली कंपनी रही, वहीं Hathway की रेटिंग और NPS सबसे कम थी। SAARC देशों के बीच, 2020 में फिक्स्ड ब्रॉडबैंड पर सबसे तेज औसत डाउनलोड स्पीड के मामले में भारत सबसे आगे रहा।
मोबाइल डेटा की बात करें तो, Vi ने Q4 2020 (2020 की चौथी तिमाही) के दौरान सबसे तेज़ मोबाइल डाउनलोड स्पीड दी। Airtel 3.1 की समान रेटिंग के साथ दूसरे स्थान पर आया, लेकिन NPS स्कोर कम था। Jio 2.9 रेटिंग के साथ तीसरे स्थान पर रहा। यह ध्यान देने वाली बात है कि तीनों दूरसंचार कंपनियों में से किसी का भी एनपीएस स्कोर पॉजेटिव नहीं था। सार्क देशों में, भारत 2020 के दौरान मोबाइल डाउनलोड स्पीड में तीसरा सबसे धीमा देश था। मालदीव 2020 तक एक्टिव 5G के साथ एकमात्र सार्क देश था। सबसे तेज़ मोबाइल स्पीड के मामले में पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका और भूटान दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर थे। अफगानिस्तान सार्क देशों के बीच सबसे धीमी औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड वाला देश रहा।
रिपोर्ट में भारत के 5G रोलआउट रोडमैप की जानकारी भी दी गई है, जिसमें कहा गया है कि 2021 के अंत या 2022 की शुरुआत में स्पेक्ट्रम आवंटित होने के बाद Airtel की कमर्शियल 5G सर्विस रोल आउट होने के लिए तैयार होगी। कंपनी हैदराबाद में सफल परीक्षण भी कर चुकी है। वीआई इंडिया 3.3 गीगाहर्ट्ज़ - 3.6 गीगाहर्ट्ज़ बैंड में 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी का इंतजार करेगा और Jio भी अपने घरेलू O-RAN 5G नेटवर्क को रोल आउट करने के लिए तैयार हो रहा है। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यदि पर्याप्त वायरलेस स्पेक्ट्रम उपलब्ध नहीं कराया गया, तो LTE और 5G तकनीकें अल्ट्रा-फास्ट स्पीड और लो-लेटेंसी देने में सक्षम नहीं होंगी।