दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट
‘स्टारशिप' (Starship) का गुरुवार को हुआ लॉन्च टेस्ट विस्फोट के साथ फेल हो गया। एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) का रॉकेट अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाया। हालांकि बड़ी बात यह है कि रॉकेट ने उड़ान भरी। करीब 4 मिनटों तक वह हवा में उड़ता रहा। रिपोर्टों के अनुसार, फर्स्ट स्टेज बूस्टर जिसे सुपर हैवी बूस्टर कहा जाता है, उसके रॉकेट से अलग होने से ठीक पहले रॉकेट में विस्फोट हो गया। इस वीडियो भी सामने आया है।
गैजेट्स 360 हिंदी की टीम इस लॉन्च टेस्ट को लाइव देख रही थी। गुरुवार की शाम अमेरिका के साउथ टेक्सास में एक लॉन्चपैड से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही
रॉकेट में विस्फोट हो गया। यह दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट था, जिसे पहली बार लॉन्च टेस्ट किया गया। स्टारशिप अपनी कक्षा तक पहुंचने में विफल हो गया।
इस लॉन्च टेस्ट को एलन मस्क भी मॉनिटर कर रहे थे। यह नहीं कहा जा सकता कि वो मायूस थे, लेकिन मुस्कुराहट उनके चेहरे पर नहीं थी। एक ट्वीट के जरिए उन्होंने स्टारशिप की टीम को बधाई दी है। मस्क ने लिखा है कि अगले टेस्ट लॉन्च के लिए आज बहुत कुछ सीखा है।
स्टारशिप एक रीयूजेबल रॉकेट है। इसके मुख्य रूप से दो भाग हैं। पहला है- पैसेंजर कैरी सेक्शन यानी जिसमें यात्री रहेंगे, जबकि दूसरा है- सुपर हैवी रॉकेट बूस्टर। स्टारशिप और बूस्टर को मिलाकर इसकी लंबाई 394 फीट (120 मीटर) है। जबकि वजन 50 लाख किलोग्राम है। जानकारी के अनुसार, स्टारशिप रॉकेट 1.6 करोड़ पाउंड (70 मेगान्यूटन) का थ्रस्ट उत्पन्न करने में सक्षम है। यह नासा के स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट से लगभग दोगुना अधिक है।
माना जाता है कि स्टारशिप रॉकेट के जरिए ही एक दिन इंसान, मंगल ग्रह तक का सफर तय करेगा। भविष्य में इस रॉकेट की मदद से इंसानों और जरूरी साजो-सामान को चंद्रमा और मंगल ग्रह तक ले जाया जा सकेगा। ऐसा हुआ तो इंसान सिर्फ पृथ्वी तक सीमित ना होकर मल्टीप्लैनेटरी प्रजाति बन जाएगा।