Nasa के मंगल ग्रह मिशन में अहम रोल निभाने वाला इन्जनूअटी (Ingenuity) हेलीकॉप्टर बीते दिनों एक क्रैश लैंडिंग के बाद बर्बाद हो गया था। यह क्वाडकॉप्टर अब लाल ग्रह की सतह पर आराम फरमा रहा है और दोबारा कभी नहीं उड़ पाएगा। इन्जनूअटी की एक लेटेस्ट तस्वीर सामने आई है। तस्वीर को उसी पर्सवेरेंस रोवर ने क्लिक किया है, जो इन्जनूअटी के साथ कम्युनिकेट करते हुए उसकी हर उड़ान को मॉनिटर करता था। पर्सवेरेंस पर लगे लेफ्ट मास्टकैम-जेड इंस्ट्रूमेंट ने इस तस्वीर को खींचा। पर्सवेरेंस और इन्जनूअटी, मंगल ग्रह पर एकसाथ काम करते थे। अब पर्सवेरेंस को अपना सफर अकेले तय करना है।
रिपोर्ट के अनुसार, इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर को अपनी आखिरी लैंडिंग में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पिछले महीने 18 जनवरी को इन्जनूअटी 72वीं और आखिरी बार उड़ान पर निकला था। वह एक शॉर्ट वर्टिकल फ्लाइट थी। आखिरी उड़ान के दौरान हेलीकॉप्टर 12 मीटर की ऊंचाई तक गया था और नीचे उतरने से पहले 4.5 सेकंड तक मंडराता रहा। रिपोर्ट के अनुसार मंगल ग्रह की सतह से एक मीटर ऊपर हेलीकॉप्टर का पर्सवेरेंस रोवर से संपर्क टूट गया और वह लड़खड़ाता हुआ गिर गया।
पर्सवेरेंस रोवर ही इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर के साथ कम्युनिकेशन स्थापित करता था। इमरजेंसी लैंडिंग के बाद जो तस्वीर वैज्ञानिकों को मिली, उससे पता चला कि इन्जनूअटी के चारों ब्लेड को नुकसान पहुंचा है। नासा ने इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर को लिमिटेड टाइम के लिए मंगल ग्रह पर उड़ान भरने के मकसद से रवाना किया गया था। हेलीकॉप्टर ने अपना लक्ष्य पहले ही हासिल कर लिया था।
इन्जनूअटी ने फरवरी 2021 में मंगल ग्रह पर लैंड किया था। उसी साल 19 अप्रैल को हेलीकॉप्टर ने ‘एलियंस की दुनिया' में अपनी पहली उड़ान भरी थी। इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर से जो भी डेटा पर्सवेरेंस की टीम को मिला, उसका आकलन आने वाले मंगल मिशनों के लिए मददगार हो सकता है। मंगल ग्रह पर हेलीकॉप्टर का लिए उड़ान भरना काफी मुश्किल है, क्योंकि वहां पृथ्वी से एक तिहाई कम गुरुत्वाकर्षण है।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।