अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) द्वारा चंद्रमा पर ली गई पहली तस्वीरों को डेनमार्क के कोपेनहेगन में आज नीलाम किया जाएगा। इन तस्वीरों में ‘अर्थराइज' का पहला शॉट और सतह पर चलने वाले बज एल्ड्रिन शामिल हैं। एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में ऑक्शन हाउस की मूल्यांकन टीम के प्रमुख ब्रून रासमुसेन ने बताया कि इस कलेक्शन में नील आर्मस्ट्रांग द्वारा ली गई बज एल्ड्रिन की एक तस्वीर भी है। इस तस्वीर में नील का रिफलेक्शन भी दिखाई देता है।
जानकारी के
मुताबिक, नासा की कुल 74 यूनिक फोटोग्राफ को सेल किया जाएगा। इनमें 1960 और 1970 के दशक में अपोलो मिशन के दौरान चंद्रमा पर ली गई 26 तस्वीरें शामिल हैं।
ब्रून रासमुसेन से एक विदेशी कलेक्टर ने संपर्क किया था। वह अपनी पहचान जाहिर किए बिना तस्वीरें बेचना चाहते थे। उन्होंने लगभग EUR 190,000 (1 करोड़ 59 लाख 60 हजार 100 रुपये) के कलेक्शन का अनुमान लगाया है। हर फोटोग्राफ व्यक्तिगत रूप से सेल के लिए तैयार है।
इनमें सबसे कीमती फोटोग्राफ ‘अर्थराइज' की है। इसे दिसंबर 1968 में अपोलो 8 पर चंद्रमा की परिक्रमा करते हुए
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री विलियम एंडर्स ने खींचा था। इसकी वैल्यू EUR 8 और EUR 12,000 (लगभग 670 रुपये से 1,007,900 रुपये) के बीच है।
इस कलेक्शन में अपोलो 13 मिशन की फोटोग्राफ भी शामिल हैं। खराबी की वजह से यह मिशन चंद्रमा पर नहीं उतर पाया था। नीलाम हो रही तस्वीरों में कई पहली बार सामने आ रही हैं। ये तस्वीरें इससे पहले नासा के आर्काइव में थीं। कुछ तस्वीरें अमेरिकी मैगजीन जैसे- नेशनल ज्योग्राफिक और लाइफ के कवर पेज पर आ चुकी हैं। ये सभी फोटोग्राफ बताती हैं कि 1960 और 1970 के दशक में इंसान ने कितनी उपलब्धि हासिल की थीं।
इंसान ने आखिरी बार 1972 में अपोलो 17 मिशन के दौरान चंद्रमा पर कदम रखा था। अब फिर से नासा 2025-2026 में अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने की योजना बना रही है। इसकी शुरुआत आर्टेमिस 1 (Artemis 1) मिशन के साथ होगी। फिलहाल यह मिशन अपनी तय तारीख से लेट हो चुका है। नासा ने 12 फरवरी 2022 को मिशन लॉन्च करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन इंटीग्रेटेड टेस्टिंग प्रोग्राम में समस्या ने नासा को शेड्यूल में देरी करने के लिए मजबूर किया है।