चीनी वैज्ञानिक लगातार
अंतरिक्ष में खुद को साबित कर रहे हैं। चीन का स्पेस स्टेशन, तियांगोंग (Tiangong space station) जोकि पिछले करीब एक साल से ऑपरेशन में है, उसकी सुरक्षा के लिए चीन ने बड़ा काम किया है। उसने अपने स्पेस स्टेशन के बाहर एक तरह की शील्ड लगाई है, जो अंतरिक्ष में फैले मलबे से होने वाले नुकसान से स्पेस स्टेशन को बचाएगी। 3 जुलाई को दो चीनी अंतरिक्ष यात्रियों ने करीब साढ़े 6 घंटों तक तियांगोंग स्टेशन के बाहर काम किया। इसका वीडियो भी सामने आया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, एस्ट्रोनॉट ये गुआंगफू और ली कांग ने इस प्रोटेक्शन को सेट किया। उनके सहयोगी ली गुआंगसू ने स्पेस स्टेशन के अंदर रहकर अभियान में मदद की। तीनों अंतरिक्ष यात्री शेनझोउ 18 मिशन का हिस्सा हैं।
3 जुलाई के अभियान का मुख्य काम स्पेस स्टेशन के बाहर लगी लेबोरेटरी पर एक प्रोटेक्शन लगाना था, ताकि अंतरिक्ष मलबे के नुकसान से उसे बचाया जा सके। चीनी के सरकारी प्रसारक सीसीटीवी के अनुसार, स्पेस स्टेशनों के बाहर लगे कई इंस्ट्रूमेंट्स जैसे- केबल्स, पाइपलाइनों में सेफ्टी इंस्ट्रूमेंट्स के लगाया गया। ऐसा करके स्पेस स्टेशन को लंबे वक्त तक सेफ रखा जा सकेगा और उसके ऑपरेशन में भी कम दिक्कतें आएंगी।
इससे पहले मई महीने में भी ‘ये गुआंगफू' और ‘ली गुआंगसू' ने 28 मई को तियांगोंग स्टेशन के बाहर लगभग 8.5 घंटे काम किया था। उस स्पेसवॉक के दौरान ‘ये' और ‘ली' ने ‘स्पेस स्टेशन को अंतरिक्ष मलबे से बचाने के लिए एक डिवाइस को इंस्टॉल किया। उसका नाम- space debris protection device है। अंतरिक्ष यात्रियों ने वहां मौजूद अन्य इंस्ट्रूमेंट्स की भी चेकिंग की।
गौरतलब है कि कुछ महीनों पहले तियांगोंग स्पेस स्टेशन में अंतरिक्ष मलबे के कारण सोलर एैरों को नुकसान पहुंचा था और आंशिक रूप से पावर सप्लाई में रुकावट आई थी।
चीन का स्पेस स्टेशन पृथ्वी से 340 से 450 किलोमीटर की ऊंचाई पर है। साल 2021 में पहली बार तियांगोंग स्पेस स्टेशन पर अंतरिक्ष यात्रियों का एक दल पहुंचा था, जिसने वहां 90 दिन बिताए थे। तब स्पेस स्टेशन का पहला भाग पूरा हुआ था। स्पेस स्टेशन की दूसरी और तीसरी यूनिट्स को पिछले साल और इस साल लॉन्च किया गया।