सऊदी अरब एक बार फिर इतिहास रचने जा रहा है। वह अपनी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री रेयाना बरनावी (Rayyanah Barnawi) को अंतरिक्ष के सफर पर भेजने वाला है। बताया जा रहा है कि भारतीय समय के अनुसार, 9 मई को रेयाना अपने एक सऊदी एस्ट्रोनॉट के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होंगी। गुरुवार को नासा (Nasa) और एक्सिओम स्पेस (Axiom Space) की जॉइंट ब्रीफिंग में यह जानकारी सामने आई। रेयाना बरनावी और उनके साथी अल-कर्नी (Al-Qarni) अमेरिका के फ्लोरिडा से एक प्राइवेट मिशन के तहत आईएसएस के लिए उड़ान भरेंगे।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रेयाना बरनावी की पहचान एक ब्रेस्ट कैंसर रिसर्चर के तौर पर है। वह अंतरिक्ष में जाने वाली पहली सऊदी महिला होंगी। उनके साथ पेशे से फाइटर पायलट अली अल-कर्नी शामिल होंगे। प्राइवेट मिशन में दो और अंतरिक्ष यात्री शामिल होंगे। ये हैं- नासा के पूर्व एस्ट्रोनॉट ‘पेगी व्हिटसन' और बिजनेसमैन जॉन शॉफनर, जो पायलट के रूप में मिशन का हिस्सा बनेंगे।
गौरतलब है कि सऊदी अरब ने हाल में अपने एक अंतरिक्ष यात्री सुल्तान अल नेयादी को स्पेस में भेजा है, जो रमजान के पाक महीने में आईएसएस पर अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। 9 मई को प्राइवेट मिशन के साथ रवाना होने वाले चारों अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर अल नेयादी को जॉइन करेंगे।
चारों एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में पहुंचाने की जिम्मेदारी स्पेसएक्स (SpaceX) के ड्रैगन कैप्सूल की होगी। यानी मिशन को स्पेसएक्स, नासा और एक्सिओम स्पेस मिलकर पूरा करेंगे। एक्सिओम स्पेस अमेरिका की स्पेस कंपनी है, जिसका यह दूसरा स्पेस मिशन होगा। रेयाना बरनावी, आईएसएस के सफर को लेकर बेहद उत्साहित हैं। सऊदी अरब की मीडिया के अनुसार, उनकी यह यात्रा देश के स्पेस प्रोग्राम के लक्ष्यों को पूरा करेगी।
सऊदी अरब,
स्पेस सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ने के प्रयास कर रहा है। पिछले साल सऊदी सरकार ने अमेरिका के साथ आर्टिमिस समझौते पर भी साइन किए थे। समझौते में शामिल होने के बाद अमेरिका और सऊदी अरब मिलकर आउटर स्पेस में अनिश्चितता को कम करेंगे और स्पेस ऑपरेशंस की सुरक्षा में वृद्धि करेंगे।