NASA के Perseverance रोवर ने बनाया मंगल ग्रह पर सबसे लंबी ड्राइव का रिकॉर्ड

इस रोवर की 19 जून कोरिकॉर्ड बनाने वाली ड्राइव मंगल ग्रह पर चट्टानों के नमूनों को एकत्र करने के इसके मिशन का हिस्सा थी

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 21 जुलाई 2025 18:24 IST
ख़ास बातें
  • इसने चट्टानों से भरी सतह पर 411 मीटर से अधिक की दूरी तक ड्राइव किया है
  • मंगल ग्रह पर अन्य रोवर्स की तुलना में इसकी स्पीड भी अधिक रही है
  • मंगल ग्रह पर लैंडिंग के बाद से इस रोवर ने काफी प्रगति की है

यह रोवर ड्राइव के साथ इमेजेज को प्रोसेस और एनालाइज कर सकता है

अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के Perseverance रोवर ने मंगल ग्रह पर सबसे लंबी ड्राइव को पूरा कर नया रिकॉर्ड बनाा है। Perseverance ने चट्टानों से भरी सतह पर 411 मीटर से कुछ अधिक की दूरी को पूरा किया है। 

NASA के Curiosity और  Opportunity जैसे मंगल ग्रह पर अन्य रोवर्स की तुलना में इसकी स्पीड भी अधिक रही है। Science Alert की एक रिपोर्ट के अनुसार, Perseverance के एडवांस्ड सेल्फ-ड्राइविंग सॉफ्टवेयर से यह ड्राइव के साथ इमेजेज को प्रोसेस और एनालाइज कर सकता है। Curiosity और Opportunity रोवर्स को आगे बढ़ने से पहले इमेजेज को कैप्चर और प्रोसेस करना पड़ता है। Perseverance में बेहतर कैपेसिटी होने से मंगल ग्रह पर नई खोज करने के उद्देश्य से वैज्ञानिकों के लिए संभावना बढ़ी है। लगभग चार वर्ष पहले मंगल ग्रह पर लैंडिंग के बाद से Perseverance ने काफी प्रगति की है। इसने 6.5 मीटर की टेस्ट ड्राइव से लेकर चुनौतियों से भरे रास्ते से निपटने में अच्छा प्रदर्शन किया है। 

Perseverance ने बिना मानवीय हस्तक्षेप के 700 मीटर की ऑटोनॉमस ड्राइव का रिकॉर्ड भी बनाया है। इस रोवर की 19 जून को रिकॉर्ड बनाने वाली ड्राइव मंगल ग्रह पर चट्टानों के नमूनों को एकत्र करने के इसके मिशन का हिस्सा थी। पिछले डेढ़ महीने से यह रोवर Jezero क्रेटर रिम की बाहरी ढलानों पर मौजूद Krokodillen पठार पर मिट्टी वाली चट्टानों की खोज कर रहा है। अगर चट्टानों के नमूनों में 'फिलोसिलिकेट्स' कहे जाने वाले मिनरल्स पाए जाते हैं तो इसका मतलब हो सकता है कि पहले इस ग्रह पर बड़ी मात्रा में पानी की मौजूदगी थी। 

इस रोवर ने क्रोकोडिलेन पठार पर मिट्टी वाली ऐसी चट्टानों की खोज की है जो कमजोर हैं और आसानी से टूट सकती हैं। हाल ही में चीन के Zhurong rover की मदद से वैज्ञानिकों ने ऐस प्रमाण जुटाए थे जिनसे सकेत मिला था कि अरबों वर्ष पहले मंगल ग्रह पर महासागर था। मंगल के उत्तरी निचले इलाकों में लगभग चार वर्ष पहले यह रोवर उतरा था।  इस दौरान जुटाए गए डेटा से वहां प्राचीन तटीय रेखा की मौजूदगी दर्शाने वाली भूगर्भीय विशेषताओं का भी पता चला था। इस रोवर ने प्रमाण हासिल करने के लिए यूटोपिया प्लैनिटिया कहे जाने वाले स्थान पर एक चट्टान का विश्लेषण किया था। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Samsung Galaxy S25 FE नए टैबलेट के साथ कल होगा लॉन्च: स्पेसिफिकेशन्स, कीमत से लेकर लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स तक,
#ताज़ा ख़बरें
  1. OnePlus 15 में हो सकता है 120W फास्ट चार्जिंग के लिए सपोर्ट, IECEE सर्टिफिकेशन साइट पर लिस्टिंग
  2. Swiggy और Zomato से ऑर्डर करने पर चुकाना होगा ज्यादा प्राइस, फेस्टिवल डिमांड के कारण बढ़ी प्लेटफॉर्म फीस
  3. क्रिप्टो ट्रेडिंग में लगातार तीसरे वर्ष भारत को मिली टॉप पोजिशन
  4. Samsung Galaxy S25 FE नए टैबलेट के साथ कल होगा लॉन्च: स्पेसिफिकेशन्स, कीमत से लेकर लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स तक, जानें सब कुछ
  5. Motorola Edge 60 Neo में हो सकती है ट्रिपल रियर कैमरा यूनिट, OLED स्क्रीन
  6. Air India ने लगाई SALE, Rs 13,300 में इंटरनेशनल राउंड ट्रिप, केवल यहां से करनी होंगी बुक
  7. 96km की रेंज और 45km/h टॉप स्पीड! लॉन्च हुई Kingbull की नई ई-बाइक, जानें कीमत
  8. Apple के iPhone 17 Pro Max में हो सकता है नए डिजाइन वाला कैमरा मॉड्यूल 
  9. Oppo ने लॉन्च किया 6000mAh बैटरी, 8GB रैम और 50MP कैमरा वाला A5i Pro 5G फोन, जानें कीमत
  10. Maruti Suzuki ने e-Vitara का यूरोप में शुरू किया एक्सपोर्ट, जल्द होगा भारत में लॉन्च
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.