• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • 25 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर सुपर ब्लैकहोल से आ रहीं डरावनी आवाजें! NASA ने जारी किया ऑडियो

25 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर सुपर ब्लैकहोल से आ रहीं डरावनी आवाजें! NASA ने जारी किया ऑडियो

NASA ने हाल ही में इनका सॉनिफिकेशन किया जिससे साउंड वेव्स को एम्प्लिफाई किया गया, ताकि पता चल सके कि आखिर ये सुनने में कैसी लगती हैं।

25 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर सुपर ब्लैकहोल से आ रहीं डरावनी आवाजें! NASA ने जारी किया ऑडियो

NASA ने अंतरिक्ष में से एक ऐसी आवाज रिकॉर्ड की है जो काफी डरावनी है।

ख़ास बातें
  • आवाज एक विशाल ब्लैक होल के पास से आ रही है
  • ब्लैक होल पृथ्वी से 25 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर मौजूद है
  • मनुष्यों द्वारा खोजी गईं ये अबतक की सबसे लो-नोट तरंगें हैं
विज्ञापन
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने अंतरिक्ष में से एक ऐसी आवाज रिकॉर्ड की है जो काफी डरावनी बताई जा रही है। यह आवाज एक विशाल ब्लैक होल के पास से आ रही है जो पृथ्वी से 25 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर मौजूद है। यह ब्लैक होल दरअसल आकाशगंगाओं के पर्सियस (Perseus) समूह के सेंटर के पास मौजूद है। उसी के पास से ये ध्वनि तरंगें आती हुईं रिकॉर्ड की गई हैं। रोचक बात यह है कि ये ध्वनि तरंगे बहुत ज्यादा धीमी हैं। 

इतनी धीमी तरंगें इससे पहले अस्तित्व में नहीं थीं जिनको मनुष्य के कान पकड़ सकें। इसलिए सुनने लायक बनाने के लिए इनको 57 और 58 ऑक्टेव तक सरका दिया गया है। यह ऑडियो असल में 2022 में रिलीज किया गया था जब पहली बार इन ध्वनि तरंगों को अलग करके सुनने लायक बनाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, साउंड वाइब्रेशन स्पेस में नहीं पाई जा सकती हैं, और न ही इन्हें प्राकृतिक रूप से वहां सुना जा सकता है। 

2003 में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक हैरान करने वाली खोज की। उन्हें आकाशगंगाओं के पर्सियस (Perseus) समूह के पास मौजूद गैस के गुबार से घिरे एक बहुत बड़े ब्लैकहोल में से ध्वनि तरंगें आती हुईं मिलीं। अब इस जगह को इसकी डरावनी हमिंग साउंड के लिए जाना जाता है। इनको वर्तमान में इनके प्राकृतिक रूप में सुनना संभव नहीं है। इस पूरे ब्रह्मांड में मनुष्यों द्वारा खोजी गईं ये अबतक की सबसे लो-नोट तरंगें हैं, यानी ये बहुत ही ज्यादा धीमी हैं और मनुष्य के कानों की पकड़ में नहीं आ सकती हैं। 

NASA ने हाल ही में इनका सॉनिफिकेशन किया जिससे साउंड वेव्स को एम्प्लिफाई किया गया, ताकि पता चल सके कि आखिर ये सुनने में कैसी लगती हैं। 2003 में सबसे निचला नोट जो पहचान में आया वो एक बी-फ्लैट (B-flat) है और मध्य C के नीचे 57 ऑक्टेव्स पर स्थित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उस पिच पर इसकी फ्रिक्वेंसी 10 मिलियन वर्ष है।

मानव कानों द्वारा पहचाने जा सकने वाले सबसे निचले नोट की फ्रिक्वेंसी एक सेकंड के बीसवें हिस्से की होती है। सुपरमैसिव ब्लैक होल से अलग करने के बाद इन तरंगों को एंटीक्लॉक दिशा में प्ले किया गया। अंतरिक्ष में इससे पहले खोजी गई ध्वनियों की तरह ये भी काफी डरावनी निकल कर आईं। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Xiaomi ने लॉन्च किया 180Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट वाला QHD गेमिंग मॉनिटर, जानें कीमत और स्पेसिफिकेशन्स
  2. Redmi Note 14 सीरीज बेहतर बैटरी लाइफ और मजबूती के साथ जल्द होगी लॉन्च!
  3. 25 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर सुपर ब्लैकहोल से आ रहीं डरावनी आवाजें! NASA ने जारी किया ऑडियो
  4. MG Motor की Windsor EV के प्राइस का खुलासा, बैटरी के साथ 13.50 लाख रुपये में बेस वेरिएंट
  5. Tecno Spark 30 फोन लॉन्च हुआ 64MP कैमरा, 5000mAh बैटरी, फास्ट चार्जिंग जैसे फीचर्स के साथ, जानें कीमत
  6. Oppo Find X8 सीरीज की लॉन्च डेट लीक, 21 अक्टूबर को होगी रिलीज!
  7. ISRO में जॉब पाने का सुनहरा मौका! 103 पदों पर निकली भर्ती, लास्ट डेट से पहले ऐसे करें अप्लाई
  8. 50 करोड़ साल पहले पृथ्वी के चारों तरफ भी थे शनि ग्रह जैसे छल्ले!
  9. Samsung Galaxy S24 FE, Tab S10 सीरीज अगले हफ्ते होगी लॉन्च! वीडियो लीक में खुलासा
  10. बैटरी रेंटल के साथ MG Motor के EV हुए किफायती, Comet EV का शुरुआती प्राइस 4.99 लाख रुपये
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »