पिछले कई दशकों से वैज्ञानिकों के लिए धरती पर जीवन की उत्पत्ति और पानी के पहुंचने के स्रोत को लेकर अनुमान लगाते रहे हैं। इसके लिए एक थ्योरी यह है कि हमारे ग्रह के आसपास, विशेषतौर पर सोलर सिस्टम की बाहरी परतों में पानी मौजूद था। इस थ्योरी के पक्ष में एक मजबूत प्रमाण मिला है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के रिसर्चर्स ने James Webb Space Telescope के इस्तेमाल से यह पाया है कि धरती से 155 प्रकाश वर्ष दूर सूर्य जैसे एक तारे HD 181327 के आसपास मलबे की एक परत में जमा हुआ पानी है।
Science Alert में प्रकाशित एक
स्टडी के अनुसार, यह स्टार सिस्टम केवल 2.3 करोड़ वर्ष पुराना है, जो लगभग 4.6 अरब वर्ष पुराने सोलर सिस्टम की तुलना में काफी युवा है। यह स्टार सिस्टम अभी अपने शुरुआती दौर में है। इस स्टडी के प्रमुख लेखक और रिसर्च साइंटिस्ट, Chen Xie ने
NASA की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया है, "James Webb Telescope ने जमे हुए पानी के साथ ही पारदर्शी पानी वाली बर्फ का भी पता लगाया है, जो शनि ग्रह के आसपास और हमारे सोलर सिस्टम की Kuiper Belt में भी पाई जाती है। इस तरह की बर्फ एक ग्रह के बनने के लिए महत्वपूर्ण होती है।"
James Webb Telescope के नियर-इंफ्रासेड स्पेक्टोग्राफ के इस्तेमाल से रिसर्चर्स ने HD 181327 के आसपास जमी हुई बर्फ को पाया है। इस वर्ष फरवरी में NASA ने चंद्रमा पर पानी की खोज के लिए Lunar Trailblazer सैटेलाइट लॉन्च किया था। इसका भार लगभग 200 किलोग्राम का है। इसके सोलर पैनल पूरी तरह खुले होने पर यह लगभग 3.5 मीटर चौड़ा है। इस सैटेलाइट को फ्लोरिडा में Kennedy Space Center से स्पेस में लॉन्च किया गया था। इसके लिए SpaceX के Falcon 9 रॉकेट का इस्तेमाल किया गया था। MoonLunar Trailblazer को अमेरिकी डिफेंस और एयरोस्पेस कंपनी Lockheed Martin ने बनाया है।
इससे पहले चंद्रमा पर पानी की कुछ मात्रा मौजूद होने का संकेत मिला था। चंद्रमा पर ठंडे और स्थायी तौर पर छाया वाला स्थानों पर जमे हुए पानी से बनी बर्फ की बड़ी मात्रा हो सकती है। Lunar Trailblazer को चंद्रमा की सतह पर पानी को खोजने और उसकी लोकेशन जानने के लिए भेजा गया है।