जापानी कंपनी ‘
आईस्पेस' (ispace) का मून मिशन (Moon Mission) फेल हो गया है। मंगलवार की रात आईस्पेस का HAKUTO-R M1 लैंडर चंद्रमा पर सुरक्षित नहीं उतर सका। इसके साथ गया संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का राशिद रोवर (Rashid rover) भी चांद पर नहीं उतर पाया। माना जा रहा है कि दोनों ही चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। ‘आईस्पेस' का मिशन कामयाब हो गया होता, तो वह चंद्रमा पर लैंडिंग करने वाली पहली प्राइवेट कंपनी बन जाती।
जानकारी के अनुसार, बीती रात ‘आईस्पेस' की ओर से मिशन की लाइव स्ट्रीमिंग की जा रही थी। इस दौरान अधिकारियों की ओर से बताया गया कि हम कम्युनिकेशन स्थापित नहीं कर पा रहे हैं। हमें यह मानना होगा कि चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग पूरी नहीं हो सकी है। ‘आईस्पेस' के स्पेसक्राफ्ट को पिछले साल स्पेसएक्स (SpaceX) के फाल्कन-9 रॉकेट से लॉन्च किया गया था। HAKUTO-R स्पेसक्राफ्ट पिछले महीने ही चंद्रमा की कक्षा पर पहुंचा था।
मंगलवार को यह स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा की सतह से 100 किलोमीटर ऊपर था। तय समय के अनुसार उसने अपनी लैंडिंग शुरू की। रिपोर्टों के अनुसार, लैंडिंग की कोशिश के दौरान आईस्पेस का अपने स्पेसक्राफ्ट से कम्युनिकेशन टूट गया। आखिरी वक्त तक ऐसा लगा कि टार्गेट अपने लक्ष्य तक पहुंच रहा है, लेकिन बाद में उसके खो जाने की पुष्टि कर दी गई।
बताया जाता है कि स्पेसक्राफ्ट ने 6000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लैंडिंग शुरू की थी। आखिरी वक्त में स्पीड को शून्य तक कम कर दिया गया था। बावजूद इसके सॉफ्ट लैंडिंग नहीं हो पाई। लैंडिंग के फेल होने से ‘आईस्पेस' को तो झटका लगा ही है, यूएई का राशिद रोवर भी ‘खत्म' हो गया।
ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब प्राइवेट कंपनियों ने चंद्रमा पर अपने मिशन लैंड कराने की कोशिश की और वो फेल हो गईं। चंद्रमा के लिए पहला प्राइवेट मिशन इस्राइल की कंपनी ‘स्पेस आईएल' ने लॉन्च किया था। साल 2019 में लैंडिंग के दौरान कंपनी का अपने लैंडर से कम्युनिकेशन टूट गया था