सूर्य को इतने करीब से देखा है? आज देख लीजिए

सूर्य का सौर क्षेत्र जिसे कोरोना भी कहा जाता है, उसे समझने में वैज्ञानिकों की काफी दिलचस्‍पी है।

सूर्य को इतने करीब से देखा है? आज देख लीजिए

वैज्ञानिक यह भी समझना चाहते हैं कि सूर्य के इस क्षेत्र में चार्ज पार्टिकल्‍स का प्रवाह अचानक से क्‍यों तेज हो जाता है।

ख़ास बातें
  • सूर्य से जुड़े रहस्‍यों का पता लगाने में जुटे हैं वैज्ञानिक
  • इनौये सोलर टेलीस्कोप इसमें अहम भूमिका निभाने को तैयार है
  • टेलीस्‍कोप ने हाल ही में अपने पहले आब्‍जर्वेशन को शुरू किया है
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दुनियाभर की एजेंसियां सूर्य से जुड़े रहस्‍यों का पता लगाने के लिए उसकी स्‍टडी कर रही हैं। इससे सोलर साइंस में नई रुचि जगी है। इस स्‍टडी में US नेशनल साइंस फाउंडेशन (NSF) का इनौये सोलर टेलीस्कोप (Inouye Solar Telescope) खगोलविदों की मदद कर रहा है। दुनिया के इस सबसे बड़े टेलीस्‍कोप ने हाल ही में अपने पहले आब्‍जर्वेशन को शुरू किया है, जिसे NSF ने ट्विटर पर शेयर किया है। इसमें सूर्य की नई सनस्‍पॉट इमेज की जानकारी दी गई है। हवाई में स्थित इनौये टेलीस्कोप को 25 साल से ज्‍यादा समय से तैयार किया जा रहा था। अब इसके जरिए सूर्य को समझने के तरीके में क्रांति लाई जा सकेगी। 

सूर्य का सौर क्षेत्र जिसे कोरोना भी कहा जाता है, उसे समझने में वैज्ञानिकों की काफी दिलचस्‍पी है। वहां कई सौर गतिविधियां होती हैं। वैज्ञानिक यह भी समझना चाहते हैं कि सूर्य के इस क्षेत्र में चार्ज पार्टिकल्‍स का प्रवाह अचानक से क्‍यों तेज हो जाता है। इसमें वैज्ञानिकों की दिलचस्‍पी कोरोनल मास इजेक्शन (CME) की वजह से भी है, जिसका असर पृथ्‍वी तक हो सकता है। इस इजेक्‍शन की वजह से पृथ्‍वी पर बिजली ग्रिड, संचार नेटवर्क और कई उपग्रहों को नुकसान हो सकता है।
 
बहरहाल, एक पब्लिक रिसर्च इंस्टिट्यूट NSF ने इनौये टेलीस्‍कोप द्वारा ली गई सोलर सनस्पॉट की हाई-रेजॉलूशन इमेज को शेयर किया है। नेटलसोलर ऑब्जर्वेटरी ने ट्वीट कर बताया कि इनौये की नजर सूर्य पर थी, क्‍योंकि नासा का पार्कर सोलर प्रोब (PSP) सूर्य के करीब पहुंच गया था। इसके बाद दोनों ने मिलकर इस तस्‍वीर को कैप्‍चर कर लिया। इनौय टेलीस्कोप ने इसी साल फरवरी में अपना संचालन शुरू किया है। 

जहां एक ओर इनौय टेलीस्‍कोप पृथ्‍वी से ऑपरेट कर रहा है, वहीं नासा (NASA) का हबल स्पेस अंतरिक्ष से वहां होने वाली घटनाओं को कैद कर रहा है। हाल ही में इसने पृथ्वी से लगभग 200 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक-दूसरे से इंटरेक्‍ट करने वालीं दो आकाशगंगाओं को कैमरे में कैद किया है। यह ‘पेगासस तारामंडल' में स्थित हैं। अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर की गई इमेज में नासा ने एक बड़ी चक्राकार आकाशगंगा (NGC 7469) और इसके छोटे साथी (IC 5283) को दिखाया है। ‘NGC 7469' आकाशगंगा काफी बड़ी है। यह एक विशाल ब्‍लैक होल और तारों के समूह की चमकदार रिंग को भी रिप्रजेंट करती है। 
 
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