• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • अंतरिक्ष में पैदा होने वाले हैं चूहे! क‍ब आएगी इंसानों की बारी? नई स्‍टडी में मिली जानकारी

अंतरिक्ष में पैदा होने वाले हैं चूहे! क‍ब आएगी इंसानों की बारी? नई स्‍टडी में मिली जानकारी

इससे संकेत मिलता है कि मनुष्यों के लिए स्‍पेस में प्रजनन करना संभव हो सकता है।

अंतरिक्ष में पैदा होने वाले हैं चूहे! क‍ब आएगी इंसानों की बारी? नई स्‍टडी में मिली जानकारी

यह पहली स्‍टडी है जो दिखाती है कि स्तनधारी (mammals) अंतरिक्ष में पनपने में सक्षम हो सकते हैं।

ख़ास बातें
  • जापानी वैज्ञानिकों को मिली कामयाबी
  • इंंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में किया गया प्रयोग सफल
  • ISS पर डेवलप किए गए चूहों के भ्रूण
विज्ञापन
वैज्ञानिकों ने सब्जियां तो इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) में उगा ली हैं, लेकिन उनका लक्ष्‍य इससे भी बढ़कर है। वैज्ञानिक इस दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे अंतरिक्ष में मनुष्‍यों के लिए प्रजनन को संभव बनाया जा सके। इस दिशा में जापानी वैज्ञानिकों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। साइंटिस्‍टों के एक ग्रुप ने कहा है कि उन्‍होंने चूहे के भ्रूण (Mouse embryos) को इंटरनेशल स्‍पेस स्‍टेशन में डेवलप किया है। इससे संकेत मिलता है कि मनुष्यों के लिए स्‍पेस में प्रजनन करना संभव हो सकता है। यामानाशी यूनिवर्सिटी के एडवांस्‍ड बायोटेक्‍नॉलजी सेंटर के प्रोफेसर टेरुहिको वाकायामा और जापान एयरोस्पेस स्पेस एजेंसी (जेएक्सए) की एक टीम ने अगस्त 2021 में एक रॉकेट की मदद से चूहों के फ्रोजन भ्रूणों को ISS पर भेजा था। 

स्‍पेस में पहुंचने के बाद एक खास इंस्‍ट्रूमेंट के जरिए भ्रूणों को फ्रोजन से सामान्‍य किया गया और फ‍िर 4 दिनों तक उन्‍हें स्‍पेस स्‍टेशन में डेवलप किया गया। 

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इससे जुड़ी स्‍टडी iScience नाम के जर्नल में पब्लिश हुई है। इसमें रिसर्चर्स ने कहा है कि गुरुत्‍वाकर्षण का भ्रूणों पर कोई खास असर नहीं हुआ था। भ्रूणों के ब्लास्टोसिस्ट को जब पृथ्‍वी पर लैब में परखा गया तो पता चला कि भ्रूणों के डीएनए और जीन की स्थिति में कोई अहम बदलाव नहीं हुआ था। 

जापान की यामानाशी यूनिवर्सिटी और नेशनल रिसर्च इंस्टिट्यूट ने एक बयान में कहा है कि यह पहली स्‍टडी है जो दिखाती है कि स्तनधारी (mammals) अंतरिक्ष में पनपने में सक्षम हो सकते हैं। यह दुनिया की पहली स्‍टडी है, जिसमें ISS में स्तनधारी भ्रूणों (mammalian embryos) को कल्‍चर (cultured) किया गया है। 

हालांकि स्‍टडी कहती है कि भविष्‍य में यह देखना होगा माइक्रोग्रैविटी में कल्‍चर किए गए ब्लास्टोसिस्ट को जब चूहों में ट्रांसप्‍लांट किया जाएगा, तो चूहों को जन्‍म दे पाएंगे या नहीं। यह स्‍टडी भविष्‍य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए अहम हो सकती है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Mouse embryos, ISS, Science News In Hindi
प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. BSNL ने फिर से खोए लाखों ग्राहक, Jio दिसंबर में 39 लाख नए सब्सक्राइबर के साथ रहा टॉप पर
  2. OnePlus Ace 5S में होगी 7000mAh बैटरी, 80W चार्जिंग! नया खुलासा
  3. Samsung Galaxy F16 5G भारत में 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें सबकुछ
  4. Redmi Turbo 4 Pro सबसे बड़ी बैटरी और Snapdragon 8s Elite के साथ देगा अप्रैल में दस्तक!
  5. Airtel के बाद अब Jio ने मिलाया Starlink से हाथ, सैटेलाइट से मिलेगा सुपरफास्ट इंटरनेट
  6. Lenovo ने सस्ता टैबलेट Tab K9 किया लॉन्च, 4GB रैम, 5100mAh बैटरी, 8MP कैमरा से लैस
  7. स्पेस में फंसी NASA की एस्ट्रोनॉट Sunita Williams की इस दिन हो सकती है धरती पर वापसी....
  8. BSNL के घटे सब्सक्राइबर्स, भारती एयरटेल और रिलायंस जियो को हुआ फायदा
  9. BSNL के घटे सब्सक्राइबर्स, भारती एयरटेल और रिलायंस जियो को हुआ फायदा
  10. Oppo Reno 13 5G को नए ब्लू कलर के साथ 12GB रैम और 512GB स्टोरेज वेरिएंट में किया गया लॉन्च, जानें कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »